उदयपुर/राजस्थान।। महाराणा प्रताप की प्रेरणा से भारत पुनः विश्व गुरु बनेगा क्योंकि एक महाराणा प्रताप ऐसे महापुरुष है, जिन्होंने ना जाति के आधार पर भेद किया ना वर्ण के आधार पर उन्होंने अपने समय अपनी सेना में भी सामाजिक समरसता एवं सांप्रदायिक सौहार्द का पूरा ध्यान रखा, जो कि आज हमारे लिए प्रेरणा का विषय है। यह विचार मेवाड़ राज परिवार के सदस्य महाराज कुमार विश्वराज सिंह मेवाड़ एवं महाराज कवरानी सा महिमा कुंवर ने रखें।
श्री आशापुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट अंबाजी से प्रेरित जनजाति कल्याण आश्रम गुजरात प्रांत द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप जन्मोत्सव पर समस्त हिंदू आदिवासी डूंगरी भील समाज बनासकांठा की ओर से आयोजित समूह लगन उत्सव कार्यक्रम में अपने विचार रखें जहां पर लगभग विशाल जनसमुदाय एकत्रित हुआ जो कि अंबाजी के पूरे शहर में प्रातःकाल शोभायात्रा के रूप में नाचते गाते चल रहे थे।
आपको बता दे कि इस विशाल कार्यक्रम का आयोजन मेवाड़ राजपरिवार के सानिध्य में संपन्न हुआ। जानकारी अनुसार कार्यक्रम में लगभग 61 हिंदू आदिवासी भील समाज ने बढ़ चढ़कर भाग लेते हुए सामूहिक लग्न उत्सव मनाया गया।
मेवाड़ राज परिवार के साथ वरिष्ठ समाज सेवी प्रताप सिंह झाला (तलावदा), बजरंग सेना प्रमुख कमलेंद्र सिंह पंवार, रविंद्र सिंह भंडारी थे। इस अवसर पर मेवाड़ राज परिवार द्वारा कार्यक्रम में दानदाताओं का माल्यार्पण ऊपरना वेट भेट कर स्वागत सम्मान किया गया। उक्त जानकारी मेवाड़ राज परिवार प्रवक्ता गिरिराज सिंह सांखला एवं कमलेंद्र सिंह पंवार द्वारा दी गई।