डूंगरपुर/राजस्थान।। व्यास पूर्णिमा के अवसर पर संस्कार भारती डूंगरपुर इकाई द्वारा शिवाजी नगर के रामदेव चौक में संगीतज्ञ, लोक गायक एवं कसीदा कार्य के महागुरु श्रीमान लक्ष्मीकांत जेठवा तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रेखा जेठवा का शाल ओढ़ा कर श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र के साथ सम्मान किया गया।
जेठवा के हस्तकला की विदेशों तक है मांग
इससे पूर्व संस्कार भारती महामंत्री भूपेश शर्मा ने परिचय देते हुए कहा कि लक्ष्मीकांत जेठवा वागड़, राजस्थान तथा गुजरात के एक ऐसे गायक है, जिनकी गायकी से श्रोता मदमस्त हो जाया करते हैं।
शर्मा ने बताया की जेठवा की कसीदा कला में वो बारीकियां है जो उससे देखने वालों के मन को लुभाती है। जेठवा द्वारा निर्मित कटवरक, पेच वर्क, मखमल वर्क, आभला वर्क के कार्य को विदेशों तक बोहरा समुदाय करवा कर ले जाया करते हैं।
जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश जेठवा ने संस्कार भारती के द्वारा मनाए जाने वाले उत्सव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हम गुरु पूर्णिमा पर ऐसे वरिष्ठ कला गुरु का सम्मान करते हैं, जिससे आज का युवा प्रेरणा लेकर अपने भविष्य को संवारता है। उपाध्यक्ष डॉ. सी. पी पवांर, कोष प्रमुख जगदीश वैष्णव, नाट्यकला विधा प्रमुख गिरीश पानेरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर बाल-आयाम प्रमुख श्रीमती अभिलाषा गुप्ता शाह, मोहिनी शाह, सुमन जेठवा, पिनांक जेठवा कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे। अंत में लक्ष्मीकांत जेठवा ने संस्कार भारती का आभार व्यक्त करते हुए उत्सवों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।