आपको जानकर बड़ी हैरानी होगी की क्या किसी अपराधी को भी सरकार हर महीने करोड़ों रूपये दे सकती है, जी हां लेकिन यह बात पूरी तरह से सच है। आपको बता दे की उस अपराधी का नाम ब्लैक हैट हैकर केविन मिटनिक है, जो दुनिया का सबसे बड़ा हैकर है। उसको सरकार हर महीने साइबर हैकिंग से बचने के लिए करोड़ों रूपये देती है। इतना ही नहीं गूगल, अमेज़न, याहू जैसी बड़ी कंपनियां भी साइबर हैकिंग से बचने के लिए उसे हर महीने करोड़ों रूपये देती हैं।
जानें केविन मिटनिक के बारे में
कैबिन मिटनिक का जन्म 6 अगस्त 1963 में लॉस एंजलिस कैलिफ़ोर्निया में हुआ था। इनको बचपन से ही हैकिंग का बहुत शौक था। 12 साल की उम्र में, मिटनिक ने सोशल इंजीनियरिंग के द्वारा लॉस एंजेल्स की बसों में फ्री में सफर करते थे। वो बड़े से बड़े सीक्रेट प्रोजेक्ट को भी हैक कर लिया करता था। कैबिन मिटनिक ने नोकिया,आईबीएम, मोटोरोला जैसी कई बड़ी बड़ी कंपनी के सर्वर को हैक कर लिया था।
जानकारी अनुसार पूर्व में इन्होंने पेंटागन भी हैक कर ली थी और उसका जरूरी डाटा चुरा लिया था फिर इस डाटा को ब्लैक मार्केट में बेचना शुरू कर दिया था। साइबर क्राइम के जुर्म में यह कई बार जेल भी जा चुके हैं। एक बार तो यह जेल से भी भाग चुके हैं। बता दें कि केविन मिटनिक आज भी यह जीवित है और इनकी ऐज 55 साल है।
केविन मिटनिक कैसे बने हैकर
केविन मिटनिक के कंप्यूटर हैकर बनने की कहानी बहुत मजेदार है। केविन अमेरिका का मोस्ट वांटेड साइबर क्रिमिनल हैं। केविन को साइबर क्राइम में तीन साल जेल में गुजारने के बाद उसे 3 साल की निगरानी में रिलीज किया गया। लेकिन उन्हें 2.5 साल के लिए फिर जेल भेज दिया गया। केविन की जिंदगी पर दो हॉलीवुड फिल्में भी बन चुकी हैं।
केविन मिटनिक पर अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एलर्ट प्रोग्राम में सेंध लगाने के साथ ही कॉरपोरेट सीक्रेट्स भी चुराने का आरोप भी सिद्ध हो चुका है। मिकनिक ने 5 साल जेल में बिताने के बाद खुद को बदल लिया है और वह अब कंसल्टेंट बन गया है। साथ ही लोगों को कंप्यूटर सिक्योरिटी पर टिप्स देने लगा है। फिलहाल मिकनिक इन दिनों साइबर सिक्योरिटी की दिशा में काम करने वाली खुद की कंपनी चला रहा है।