बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस की जगह एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का नया सीएम क्यों बनाया?
राजनीती के फ्लेशबैक में आप जायेंगे तो देखेंगे कि एक बार संजय राउत ने संसद मे अमित शाह से कहा था कि "तुम जिस स्कूल में पढ़ते हो हम उसके हेड-मास्टर हैं"। जाहिर है उद्धव ठाकरे की शह के बिना ऐसा बोलने की हिम्मत तो संजय में नही थी।
बता दे कि शिवसेना ने 2019 में भाजपा को धोखा दिया था, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जिसने भी शिवसेना को वोट दिया था उसने बीजेपी के उम्मीदवार को ही मुख्यमंत्री बनाने का ही सोचा था। उद्धव ठाकरे के नाम पर शिवसेना को 30 सीट भी नही मिलती।
तब भी अधिकतर लोगों का मानना था कि भाजपा को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए था, पर फडणवीस और अमित शाह ने शिवसेना से समझौता किया।
धोखा खाने के बाद ये दोनों भरे बैठे थे, ये तय था कि तीन पहिये की सरकार 5 साल नही टिकने देंगे। खुद सरकार बनाने से ज्यादा ये उद्धव ठाकरे को उनकी सही जगह दिखाने की बात थी।
शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर शिवसेना को बचाया वही ठाकरे परिवार की सत्ता हो जाएगी खत्म
शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर शिवसेना को बचाया है, ठाकरे परिवार की ताकत लगभग खत्म ही है। वैसे भी शिवसेना के विधायकों को पता था कि हिंदुत्व के नाम पर जीत कर कांग्रेस से गठबंधन मूर्खता थी।
मास्टर स्ट्रोक है या नही ये तो भविष्य की गर्त में छुपा है, पर सबको चौंका ज़रूर दिया है। अंततः भाजपा का लक्ष्य महाराष्ट्र में अपने दम पर सरकार बनाने का ही है। पिछले 10 दिनों में दुनिया मे सबसे ज्यादा छीछालेदर संजय राउत नामक व्यक्ति की हुई है। "अब इस फ़िक्र में डूबे हुए हम उसे कैसे लगे रोते हुए अब हम...!"