बांसवाड़ा/राजस्थान।। भारतीय ट्राइबल पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय भाई मईडा ने प्रेस नोट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया की 17 नवंबर 2022 को भारतीय ट्राइबल पार्टी मानगढ़ धाम पर आदिवासी संविधान अधिकार महासभा तथा श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन करेगी।
आदिवासियों के मसीहा छोटू भाई वसावा तथा महेश भाई वसावा महासभा को करेंगे संबोधित
मईड़ा ने बताया की इस कार्यक्रम में बीटीपी के राष्ट्रीय संरक्षक एवं आदिवासियों के मसीहा कहे जाने वाले झगड़िया विधायक छोटू भाई वसावा तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष डेडियापाडा विधायक महेश भाई वसावा उपस्थित होकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे तथा आदिवासी संविधान अधिकार महासभा को संबोधित करेंगे।
मईड़ा ने जानकारी देते हुए बताया की उक्त कार्यक्रम को लेकर बीटीपी पार्टी द्वारा बांसवाड़ा जिला कलेक्टर को लिखित में अवगत करा दिया गया है।
मानगढ़ धाम पर कांग्रेस द्वारा रखा गया आदिवासियों के अंतरराष्ट्रीय पर्व से है पूरी तरह विपरीत
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय भाई मईडा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा की विश्व आदिवासी दिवस पर 9 अगस्त 2022 को मानगढ़ धाम पर कांग्रेस के द्वारा जो कार्यक्रम रखा गया है वह आदिवासियों के अंतरराष्ट्रीय पर्व से पूरी तरह विपरीत है।
आदिवासी समाज की मूल संस्कृति और संवैधानिक अधिकारों से कांग्रेस कर रही है दूर करने का षड्यंत्र
मईड़ा ने बताया की यह आदिवासी समाज की मूल संस्कृति और संवैधानिक अधिकारों से दिशाहीन करने का कांग्रेस का बहुत बड़ा षड्यंत्र है। मईड़ा ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की गहलोत सरकार आदिवासियों की मूल संस्कृति से तथा संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने की नियत से उन्हें भ्रमित करने का काम कर रही है।
भाजपा द्वारा गौरव यात्रा निकालकर आदिवासियों को भ्रमित करने का किया गया है काम
बीजेपी पर भी मईड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा की कुछ दिन पहले भाजपा द्वारा भी गौरव यात्रा निकालकर आदिवासियों को भ्रमित करने का काम किया गया है। मईड़ा ने राष्ट्रपति के पद पर बीजेपी द्वारा नामित जनजातिय वर्ग की महिला उम्मीदवार माननीय द्रोपदी मुर्मू के नाम पर जनजाति क्षेत्रो में वोट साधने के लिए उन्हें राष्ट्रपति पद पर बैठाया गया है। मईड़ा ने बीजेपी पर यह भी आरोप लगाया की बीजेपी द्रोपदी मुर्मू की आड़ में जनजातीय वर्ग में घुसपैठ करने और राजनीती करने का काम कर रही है।
राष्ट्रपति के पद की आड़ में भाजपा ने की आदिवासी क्षेत्र में वोट बैंक साधने की कोशिश
मईड़ा का कहना है की देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति का पद है, जो की एक संवैधानिक पद है, लेकिन बीजेपी द्वारा उक्त पद के आड़ में आदिवासी क्षेत्र में वोट बैंक साधने के लिए महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के नाम पर आदिवासियों को साधने का प्रयास किया गया, जिसका प्रमुख कारण बीटीपी के बढ़ते जनाधार को रोकने का प्रयास करना है। मईड़ा का कहना है की बीटीपी अब रुकने वाली नहीं है, यहां का आदिवासी भी अब समझ चुका है आने वाले समय में आदिवासी क्षेत्र का हर वर्ग और जनता भाजपा, कांग्रेस को करारा जवाब देगी।