बांसवाड़ा बिजली विभाग के अकाउंटेंट के सरकारी क्वार्टर में मिला नकली नोटों से भरा बैग, चार गिरफतार
बांसवाड़ा/राजस्थान।। आरक्षण से अच्छी खासी सरकारी नौकरी मिल गई थी। सब कुछ सही चल रहा था, सरकार ने सरकारी नौकरी के एवज़ में मोटी तनख्वाह और रहने को सरकारी मकान तक मुहैया करवा दिया था। साहब एकाउंटेंट थे, तो जाहिर है की बिल पास करने और सैलरी बनाने के एवज़ में रिश्वत और कमीशन भी मिलता ही होगा, लेकिन ओर ज्यादा पैसे कमाने की लालच ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों को आज नकली नोटों को रखने और उसका प्रसार बाज़ार में करने के जुर्म में सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। जी हां राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के उदयपुर रोड पर स्थित सरकारी आवासीय कॉलोनी में निवासरत इसी विभाग के लेखाकार (अकाउंटेंट) के विद्युत नगर स्थित सरकारी क्वार्टर पर पुलिस ने दबिश देकर चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से तक़रीबन 79 हजार के नकली नोटों से भरा बैग बरामद किया हैं। सभी नकली नोट बैग में एक पुराने अखबार में लपेटे हुए थे।
सभी नकली नोट एक ही सीरीज के
अखबार में 100 एवं 200 रुपये के ये नोटों के बंडल में होना पाए गए। मौके से सौ-सौ रुपये के कुल सात बंडल और दौ-दौ सौ रुपये का एक बंडल मिला है। सभी नकली नोट एक ही सीरीज के पाए गए है, 100 जैसे कुल 337 नोट एवं एक अन्य सीरीज के 265 नोट बरामद किए है।
मजदूरी करने से इतने सारे नक़ली नोट कैसे मिले?
इस बारे में क्वाटर के मालिक अमित कुमार से पूछा गया तो उपरोक्त नोट रजनेश कुमार मीणा के द्वारा लाना बताया गया। अमित कुमार मीणा द्वारा बताया की एक अगस्त को रोहिताश की कार में विजय, रजनीश एवं रोहिताश साथ में बांसवाड़ा आए थे। प्रारंभिक पूछताछ में उक्त नकली नोट रजनेश द्वारा 15 दिन पूर्व दिल्ली में धौलाकुआं के पास बिहार निवासी एक व्यक्ति से मजदूरी करते समय प्राप्त करना बताया है। हालांकि पुलिस उनके इस बयान से संतुष्ट नहीं है, इसलिए गहन पूछताछ की जा रही है। नोट कहां से आए इस संबंध में अनुसंधान अभी जारी है।
अकाउंटेंट समेत चार सहयोगीयो को किया गया गिरफ्तार
जानकारी अनुसार पुलिस ने छापा मारकर नकली नोट के रूप में तक़रीबन 79 हजार रुपए बरामद किए हैं। वही पुलिस ने अकाउंटेंट समेत उसके चार सहयोगी लोगों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे यह नोट मजदूरी कर के दिल्ली के धोलाकुआं से लाए थे और उन्हें मालूम नहीं था कि यह नकली नोट है। पुलिस आरोपियों से कस्टडी में लेकर गहन पूछताछ कर रही है।
79 हजार रुपए के मिले नकली नोट
बांसवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीना ने बताया कि सूचना मिलने पर सरकारी क्वार्टर की तलाशी ली गई तो बैड के अंदर रखे गए बैग में से 79 हजार रुपए मिले जो सभी नोट नकली हैं। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्वार्टर में रहने वाले एवीवीएनएल बांसवाड़ा में कार्यरत अकाउंटेंट करौली निवासी अमित कुमार मीणा, महवा दौसा निवासी विजयसिंह मीणा, टोडाभीम करौली निवासी रजनेश कुमार मीणा, बोली सवाई माधोपुर निवासी रोहिताश मीणा को गिरफ्तार किया है। वही पुलिस के द्वारा मौके से एक हुंडई कार भी बरामद की गई है, जिसका उपयोग आरोपीगण द्वारा नकली नोटो की तस्करी में करने की आशंका जताई जा रही है। वही आरोपीगणो के सरकारी सेवा में लेखाकार जैसे पदों पर आसीन होने के कारण इन नकली नोटो का इस्तमाल वहा पर भी किये जाने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
अखबार में लपेटकर काले रंग के बैग में रखे गए थे
पुलिस द्वारा जब्तशुदा नकली नोट पुराने अखबार में लपेटकर काले रंग के बैग में रखे गए थे। इनमें 100 व 200 रुपए के नोटों के बंडल थे। 100 रुपए के कुल 7 बंडल व 200 रुपए का एक बंडल था। जांच करने पर पता चला कि 100 रुपए के नोटों के बंडल पर एक ही सिरीज के नोट थे। अन्य बंडलों में भी मौके से एक ही सिरीज के नोट मिले है।
पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए कर रही है अनुसंधान
पकड़े जाने के बाद पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अकाउंटेंट अमित कुमार मीणा ने बताया कि ये सभी नोट उसका साथी रजनेश कुमार मीणा लेकर आया है। वही रजेशन ने बताया कि 15 दिन पहले ही उसने ये नोट दिल्ली में धोलाकुआं में बिहार के एक व्यक्ति से मजदूरी के एवज में प्राप्त किए थे। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए गहन अनुसंधान कर रही है।
पुलिस अधीक्ष राजेश मीणा ने बताया कि सूचना मिलने पर एएसपी कानसिंह भाटी, डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़, कोतवाली थाना अधिकारी रतन सिंह चौहान के नेतृत्व में गठित टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। फ़िलहाल मामले में अनुसंधान जारी है।
वही जानकारों का कहना है की पुलिस जांच और न्यायालय द्वारा आरोपीगणो की दोष सिद्धि हो जाने पर उन्हें उनकी सरकारी नौकरी से भी बेदखल कर निलंबित कर दिया जाएगा, ओर कारावास एवं जुर्माने की सजा होगी सो अलग।
पहले भी बांसवाड़ा में 6 लाख के नकली नोट हो चुके है बरामद
कुछ समय पहले बांसवाड़ा जिले से पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 लाख रूपए के नकली नोटों की खेप भी पकड़ी थी। जानकारी अनुसार गुजरात से नकली नाेटाें की खेप बांसवाड़ा में खपाई जा रही थी। जिसकी सूचना मिलने पर अरथूना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक युवक के कब्जे से 6 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए थे।
नकली नोटों के साथ पकड़े गए युवक से पुलिस ने कड़ी पूछताछ की और उसकी निशानदेही के आधार पर पुलिस ने गुजरात के लीमड़ी कस्बे में छापा मारा था और वहां पकड़ में आए मुख्य सरगना से 6 लाख रुपए के नकली नोट भी बरामद किए गए थे। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ओड़ा गांव निवासी परमेश्वर पाटीदार व गुजरात निवासी विक्रम सिंह को गिरफ्तार कर किया था।
बता दे की पुलिस ने आराेपीयो से डाेंगल, प्रिंटर, नकली नोट छापने से जुड़े कागज सहित अन्य सामग्री भी बरामद की थी। अरथूना थानाधिकारी हिम्मतसिंह बुनकर के अनुसार आराेपियाें की प्लानिंग 1.20 कराेड़ की नकली करंसी तैयार कर बाजार में पहुंचाने की थी। लेकिन पुलिस इससे पहले ही नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दापाश कर दिया था।