इजराइल एक ऐसा छोटा सा देश जिसकी जनसँख्या 80 लाख के आस-पास है पर 150 करोड़ से अधिक 56 मुस्लिम देश इजराइल से खौफ खाते हैं- ताजा उदहारण ISIS का है जो पुरे अरब में आतंक मचाये हुए है, लोगों का कत्लेआम कर रहा है, पर अब तक उसने इजराइल की तरफ एक गोली भी नहीं चलाई है, जबकि इजराइल सीरिया का पडोसी ही देश है।
आपको बता दे की अब तक ISIS ने एक भी इजराइल के नागरिक को छुआ भी नहीं है, क्योंकि उनको पता है कि अगर इजराइल को थोडा सा भी छेड़ा तो उनके यहाँ कोई मानवाधिकार वाला बकवास करने के लिए भी नहीं बचेगा। अगले ही पल या तो इजराइल की ओर से मिसाइल दाग दिया जायेगा या इसरायली सेना चढ़ाई कर देगी। इजराइल का ये रुतबा ऐसे ही नहीं बना
बात है इजराइल के बनने की, जब हिटलर से जान बचाकर यहूदी लोग इजराइल पहुचे थे और इजराइल बनाया था, तब अरब के मुस्लिमो ने पहली बार इजराइल पर 1948 में हमला किया था उस समय बस इजराइल बना ही था। उसके पास कोई बड़ी सेना या धन, गोला, बारूद नहीं था, परंतु फिर भी इजराइल ने अरब को 1948 में बड़े आसानी से हरा दिया था। तब से लेकर अब तक अरब देशों ने 6 बार इजराइल से युद्ध लड़े हैं और इजराइल ने हर बार मुस्लिम देशो को हराया है।
मुस्लिम देशों के 91000 से भी अधिक लड़ाके मार गिराए
अगर आंकड़ो की बात करे तो 1948 से अब तक अरब-इजराइल युद्धों में इजराइल के 22000 सैनिक शहीद हुए हैं, वहीँ मुस्लिम देशों के 91000 से भी अधिक लड़ाके मारे गए है।
चारो ओर से मुस्लिम देशों से है घिरा हुआ
इजराइल एक ऐसा देश है जिसका नक्शा आप देखेंगे तो आप पाएंगे की वह चारो ओर से मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है, फिर भी किसी मुस्लिम देश, या ISIS की मजाल नहीं की इजराइल को छेड सके। अगर यूँ कहा जाए की इजराइल, मुस्लिम देशों का काल है तो भी अतिशयोक्ति नहीं होगी।
इजराइल को कोई छेड़ दे तो वह उसे छोड़ता नहीं
इजराइल इसलिए इतना ताकतवर है क्योंकि वहां के लोगो में दुश्मनो के प्रति मानवाधिकार जैसे बकवास चीजे नहीं है और एक बात इजराइल खुद पहले किसी पर हमला नहीं करता, बस उसको कोई छेड़े तो इजराइल उसे फिर छोड़ता नहीं है।
इजराइल की मोसाद का है खौफ
बता दे की इजराइल की मोसाद का तो ऐसा खौफ है की मोसाद के डर से किसी आतंकी संगठन के मुखिया या किसी मुस्लिम देश के नेता की औकात नहीं की इजराइल की तरफ टेढ़ी आँख करके देखे। एक बार म्युनिक ओलिंपिक में जिहादी तत्वों ने इजराइल के खिलाडियों की जर्मनी में हत्या कर दी थी और वो जिहादी तत्व किसी मुस्लिम देश में जा छुपे थे, जिनकी संख्या सैंकड़ो में थी। इजराइल की मोसाद के 30 जवान उस मुस्लिम देश में घुसकर उन जिहादियों को मार आये थे। इस घटना में इजराइल की मोसाद का सिर्फ एक जवान ही शहीद हुआ था।
25 साल बाद भी कातिलों से लिया बदला
एक बार एक मुस्लिम संगठन के लोगो ने कुछ इसरायली लोगो की हत्या कर दी फिर सब फरार हो गए वही उन सब ने अपना देश, नाम और हुलिया बदल दिया पर इजराइल की मोसाद इतनी खौफनाक है, कि 25 साल बाद भी उन कातिलों को दक्षिण अमरीका के होटल में जाकर ख़त्म कर दिया।
भारत को इजराइल से सीखने की जरुरत है
अगर इजराइल का 10% गुण भी भारत में आ जाये तो पाकिस्तान क्या हर जिहादी देश दुनिया के नक़्शे से मिट जाएगा। अभी के नेताओ का तो पता नहीं, मित्रो इस पोस्ट को शेयर जरूर करें ताकि देश की युवा पीढ़ी देशभक्ति सीखे और आगे आने वाले समय में जब इन्ही युवाओं में से कोई देश का नेता बनेगा तो देश को हर मोर्चे पर सुरक्षित कर देगा।