डूंगरपुर/राजस्थान।। राजस्थान के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रो में अंधविश्वास इस कदर चरम सीमा पर पहुँच चूका है की लोग आस्था को बचाने के लिए किसी की जान की बाज़ी लगाने से भी नहीं चूकते है। इसी अन्धविश्वास के चलते इन क्षेत्रो में हर साल सर्पदंश, ताण, मिर्गी जैसी कई बिमारियों और घटनाओं में किसी भोपे या किसी बाबा के चक्कर में पड़ कर अपनों को हमेशा के लिए खो देते है। जी हां राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य जिले डूंगरपुर में भी ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां दसवीं कक्षा की एक छात्रा ने माता का परचा आने का हवाला देते हुए अपनी ही 9 साल की भतीजी का तलवार से सिर काट दिया। शुरूआती जांच के मुताबिक ये मामला अंधविश्वास का बताया जा रहा है।
दरअसल चितरी थाना क्षेत्र के झिंझवा फला गांव निवासी शंकर के घर पर 14 साल की नाबालिग को माताजी का पर्चा आने के कारण घर पर 28 जुलाई को दशा माता की मूर्ति स्थापित की गई थी। जानकारी अनुसार यहां सुबह-शाम पूजा हो रही थी। रविवार को भी रात 8 बजे से देर रात तक पूजा-आरती चलती रही। इस दौरान ये हादसा घटित हुआ।
पूरे घर वालों पर तलवार से किया हमला
परिजनों का कहना है कि इसी दौरान किशोरी पर माताजी का पर्चा आया वह दशा माता की मूर्ति के पीछे रखी हुई नंगी तलवार हाथ में लहराते हुए कहने लगी- ‘मैं सबको जान से मार डालूंगी।’ इसके बाद वह कभी फर्श पर लेटती तो कभी खड़ी होती। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह तलवार लेकर दौड़ती रही और अपने ही सगे भाई सुरेश पर उसने वार किया। सुरेश ने नीचे झुककर अपना बचाव किया और तलवार छुड़ाने की कोशिश की तो किशोरी और आक्रामक हो गई और बाद में भतीजी को मौत के घाट उतार दिया।
हाल ही में हॉस्टल से लौटी थी घर
डूंगरपुर के सागवाड़ा सीओ नरपत सिंह ने कहा कि आरोपी लड़की दसवीं कक्षा में पढ़ती है। वह हॉस्टल में रहती है। कुछ दिन पहले ही घर आई थी। घर आने के बाद उसके व्यवहार में परिजनों को काफी बदलाव देखने को मिल रहा था। वह अजीब तरह का बर्ताव कर रही थी। उसके इलाज की जरूरत थी। वही उसने पूजा के चलते दो दिन कुछ नहीं खाया था।
वही चितरी थाने के एसएचओ गोविंद सिंह ने बताया, सोमवार तड़के करीब तीन बजे लड़की अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में उन्मत हो गई और उसने तलवार उठा ली। परिवार वाले घबराकर वहां से भाग गए। आरोपी लड़की ने तलवार लहराते हुए दूसरे कमरे में घुस गई और उसने नौ वर्षीय अपनी बहन वर्षा का सिर काट दिया। आरोपी लड़की दसवीं की छात्रा है तथा छात्रावास में रहती है एवं कुछ पहले घर आई थी।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
नाबालिग की हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया। टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। मृत लड़की का शव पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस जांच में परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी दो दिन से अजीब व्यवहार कर रही थी।
इस घटना से यह साफ हो जाता है की आज भी हमारे देश में अंधविश्वास चरम सीमा पर है। आज भी लोग अंधविश्वास के चलते चौंका देने वाली घटनाओं को अंजाम दे देते हैं।