मुग़ल काल में मुगलों के अत्याचार हिन्दुओं पर ही नहीं अपितु मुस्लिम महिलाओं पर भी बहुत अधिक थे। मुग़ल काल में महिलाओं की दयनीय स्थिति का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक मुग़ल बादशाह को युद्ध में अपनी हार की आशंका के चलते उसे अपनी बेगमों पर जरा भी भरोसा नहीं था, इसी वजह से उस आतंकी ने अपनी 63 के करीब बेगमों की हत्या कर दी थी। इससे हम ये जान और समझ सकते हैं कि उस दौर में महिलाओं की समाज में क्या जगह थी और उनकी दशा कैसी थी? अफ़जल खान जिसकी अपनी 63 बेगम थी वह उनको मौत के घाट उतार कर शिवाजी महाराज से युद्ध करने गया था?
जब अफजल खां शिवाजी महाराज पर हमले की तैयारी कर रहा था तो उसे अपने भविष्य को लेकर एक भविष्यवाणी हुई कि वो हार जायेगा लेकिन उसकी सेना बहुत बडी थी और वो खुद काफी ताकतवर था फिर भी उसके मन में डर था क्योंकि उसने शिवाजी महाराज की बहादुरी के बारे में सुन रखा था।
वो इतना अस्थिर था कि उसने अपनी 63 पत्नियों को महलों से खींच कर निकाला और एक तालाब में डुबा कर सबको मार डाला ताकि उसके मरने के बाद वो किसी से अन्य पुरुष से संबंध न बना सकें। आपको बता दे कि इस घटना की सत्यता को प्रमाणित करती बीजापुर में आज भी उन सब बेगमों की कब्र देखी जा सकती हैं। ये लगभग 63 की तादात में कब्र हैं। बता दे कि इस विषय पर "जादुनाथ सरकार" ने अपनी किताब "shivaji and his times" में लिखा भी है, जिसे आप उनकी किताब से पढ़ भी सकते है।