मेरठ के कार चोर बाजार को खत्म करने का योगी आदित्यनाथ का साहसिक कदम
मेरठ/उत्तर प्रदेश।। क्या मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मेरठ के कार चोर बाजार को खत्म किया जाना एक साहसिक कदम है? योगी आदित्यनाथ सरकार ने चोरी के वाहनों को काटने के लिए कुख्यात मेरठ जिले के सोतीगंज बाजार को बंद कर दिया है।
इस बाजार में चोरी की कारें दिल्ली-एनसीआर से और देश के कई हिस्सों से लायी जाती और उनके पुर्जों को अलग-अलग बेचा जाता था। पुलिस ने दो अवैध गैंगस्टर हाजी इकबाल और हाजी गल्ला की पहचान कर यह कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की है।
कई चोरी के गिरोह इन दुकानदारों के साथ जुड़े हुए थे जो उन्हें ट्रेन करते थे, की चोरी कैसे करनी है? और वह चोर ऑनलाइन और यूट्यूब से मदद लेकर कार चोरी करते थे और उसे इस मार्केट में लेकर आते थे, जहां अक्सर जवान लोग अपनी कारों को मॉडिफाई करने के लिए इस मार्केट में आते यहां उनके मनपसंद पुर्जे कम रेट में मिलते थे, जो कि सर्विस सेंटर में बहुत महंगे मिलते हैं। वही पुलिस का कहना है कि यह चोर गिरोह इतने ट्रेन थे, कि वह किसी की भी कार को खोल सकते थे।
एक पुलिसकर्मी ने बताया कि कार चोरों के गिरोह लैपटॉप, हाई-एंड डायग्नोस्टिक किट और आयातित चाबी बनाने वाली मशीनों से लैस हैं। ये आधुनिक डिवाइस लगभग हर कार को खोल सकते हैं।
बाजार इस समय पूरी तरह बंद है। दुकानदार अब जूते-चप्पल व कपड़े आदि की खरीदारी की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस से 35 छोटे कबाड़खानों से दुकान-गोदाम खोलने की अनुमति मांगी गई है। दरअसल, वही जीएसटी टीम के नोटिस का जवाब नहीं देने तक एसएसपी ने सोतीगंज में कबाड़ के गोदाम खोलने पर रोक लगा दी है। पुलिस ने 16 कबाड़ियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है।
रविवार दोपहर 200 से ज्यादा जवानों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया और शांति भंग करने की कोशिश करने वालों को साफ चेतावनी दी। इन स्क्रैपर्स के खिलाफ 2500 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 37 ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है।
तो कुल मिलाकर देखा जाए तो यह योगी सरकार की तरफ से एक अच्छा कदम है, अब यहां लोगों की कीमती कारें चोरी होने की घटनाएं कम होगी और चोर बाजारी का जो धंधा है, जो कि देश में अभी भी कई जगह चल रहा है, वह बंद होगा और वैसे चोरी की रोकथाम के लिए यह काम हर राज्य में ऐसा होना चाहिए ताकि चोरी की घटनाओं को कम किया जा सके।