ज्योतिबा फुले ने समाज को कुरूतियों से मुक्त कराने के लिए बडे पैमाने पर चलायें थे आन्दोलन
पाली/राजस्थान।। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री गणपत मेघवाल के नेतृत्व में महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि ज्योतिबा फुले सर्कल, सोजत रोड प्रतिमा पर माला व पुष्प अर्पित कर नमन किया गया।जानकारी देते हुए मोर्चा के पूर्व जिला प्रवक्ता रामलाल चौहान ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले की 132वी पुण्यतिथि पर भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं ने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्प माला चढाकर श्रृद्धासुमन अर्पित किये।
इस पुण्यतिथि पर पाली विधायक ज्ञानचन्द पारख, भाजपा जालोर प्रभारी महेन्द्रजी बोहरा, पूर्व प्रदेश मंत्री गणपत मेघवाल सहित जनप्रतिनिधियों ने भी महात्मा ज्योतिबा फुले जी की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर नमन किया।
इस पुण्यतिथि पर विधायक ज्ञानचन्द पारख ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रेल 1827 को पुणे में हुआ था उनकी माता का नाम चिमणाबाई तथा पिता का नाम गोविन्दराव था उनका परिवार कई पीढीयों से माली का काम करता था वे सातारा से पुणे फूल लाकर फूलों के गजरे आदि बनाने का काम करते थे, उनकी पीढी फुले के नाम से जानी जाती थी, ज्योतिबा बहुत ही बुद्धिमान थे और उन्होने मराठी में अध्ययन किया वे महान क्रांतिकारी, भारतीय विचारक, समाजसेवी, लेखक एवं दार्शनिक थे। 1840 में ज्योतिबा का विवाह सावित्री बाई से हुआ था महाराष्ट्र में धार्मिक सुधार आन्दोलन जोरो पर था, जातिप्रथा का विरोध करने एवं एकेश्वरवाद को अमल में लाने के लिए प्रार्थना समाज की स्थापना की गई थी जिसके प्रमुख गोविन्द रानाडे और आरजी भंडारकर थे उस समय महाराष्ट्र में जातिप्रथा बडे ही वीभत्स रूप में फैली हुई थी।
भाजपा जालोर प्रभारी महेन्द्रजी बोहरा ने ज्योतिबा फुले के बारे में बताया कि स्त्रियों की शिक्षा को लेकर उदासीन थे ऐसे में ज्योतिबा फुले ने समाज को इन कुरूतियों से मुक्त कराने के लिए बडे पैमाने पर आन्दोलन चलायें, उन्होने महाराष्ट्र में सर्वप्रथम महिला शिक्षा तथा अछूतोद्वार का काम आरंभ किया था उन्होने पूणे में लडकीयों के लिए भारत की पहला विधायक खोला, लडकीयों ओर दलितों के लिए पहली पाठशाला खोलने का श्रेय ज्योतिबा को दिया जाता हैं।
इस पुण्यतिथि पर महाराणा प्रताप मण्डल के महामंत्री राजेश डांगी, मण्डल उपाध्यक्ष प्रेमसिंह महेचा, मनोहरलाल रैगर, पार्षद अशोक शर्मा, सुदर्शन देवासी, डॉ. दिलीपसिंह, रामलाल चौहान, नीलू कटारियॉ, अशोक कुलदीप, अमित बालोटिया, मुकेश हल्दानियॉ, रमेश बोराणा, अन्नू सोलंकी सहित सैकडो कार्यकर्ता उपस्थित थे।