बांसवाड़ा/राजस्थान।। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के रेल के खेल में कैसे कुछ कांग्रेसी नेताओं ने 200 करोड़ रूपये के बजट को खुर्द-बुर्द कर दिया यह किसी से छुपा नहीं है। रेलवे के जमीन अधिग्रहण के नाम पर खरीद फरोख्त में हुए पुरे घोटाले की यदि सीबीआई से जांच करवाई जाए तो कई नेताओं को जेल की हवा खानी पड़ जाए इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
वही राजस्थान में जनजातीय वर्ग में तेज़ी से अपने पैर जमाने वाली बीटीपी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय भाई मईडा ने आज प्रेस नोट के माध्यम से कहां की बांसवाड़ा जिले को रेल लाइन से जोड़ने को लेकर कई दशकों से बारी-बारी से सत्ता का सुख भोगने वाली कांग्रेस व भाजपा की सरकारों के द्वारा रेलवे के नाम पर घोषणाएं होती रही और सर्वे का कार्य भी कराया गया, यहाँ तक की कई जमीने भी अधिग्रहित कर ली गई और अब तक लगभग 200 करोड़ रूपये स्वाहा कर दिए गए लेकिन आज तक धरातल पर काम को मूर्त रूप नहीं दिया गया। इस क्षेत्र के भोले-भाले लोग आज भी ट्रेन की सीटी की आवाज़ तो छोड़ों अभी तक ट्रेन कैसी होती है यह भी नहीं देख पाए है।
मईड़ा ने कांग्रेस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दोनों पार्टिया अंदर से मिली हुई है, और हर साल जनजातीय नाम से आने वाले करोड़ों रूपये के बजट को झूठे विकास के नाम पर खुर्द-बुर्द कर दिया जाता है। वही क्षेत्र की जनता को सिर्फ वोट बैंक के रूप में 75 वर्ष तक इस्तेमाल कर कांग्रेस और बीजेपी मौज करती रही है। वर्तमान समय में बांसवाड़ा जिले में रेल लाइन को लेकर भाजपा व कांग्रेस के बेशर्म प्रतिनिधि लगातार गरीब जनता को गुमराह करने वाले बयान बाजी कर रहे हैं। मईड़ा ने सवाल दागते हुए कहा है, कि जब भाजपा की डबल इंजन की सरकार थी, उस समय क्यों नहीं जिले में रेलवे का काम हुआ? जबकि आज कांग्रेस और भाजपा दोनों एक दूसरे पर अपनी नाकामी थोपने का काम कर रहे है, ताकि क्षेत्र की गरीब जनता को भ्रमित करके वोट बैंक साधने का प्रयास किया सके लेकिन क्षेत्र की जनता अब समझ चुकी है, इसकी शुरुआत भी कॉलेज चुनावों में देखी जा चुकी है, बहरहाल आने वाले समय में भाजपा और कांग्रेस को जनता के द्वारा करारा जवाब भी मिलेगा।