अजमेर एसीबी टीम ने नगरपालिका पहुंचकर खंगाले दस्तावेज
3 आरोपीयो को 15 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा
बांसवाड़ा/राजस्थान।। राजस्थान के उदयपुर जिले की स्थानीय नगरपालिका अध्यक्षा चंदा देवी मीणा एवं उनके पति सत्यनारायण मीणा को अजमेर एसीबी टीम द्वारा 30 हजार रुपए रिश्वत के मामले में पकड़ने के दूसरे दिन भी एसीबी की टीम ने कानोड़ नगरपालिका कार्यालय पहुंचकर आवश्यक दस्तावेज खंगालते हुए परिवादी ठेकेदार सोहेल गोरी को नियमानुसार भुगतान करने के निर्देश पालिका प्रशासन को दिए।
वही एसीबी ने शुक्रवार को दिन में अध्यक्ष चंदा देवी मीणा एवं उनके पति सत्यनारायण मीणा को पैसे मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बाबेल को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को दोपहर उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को भाजपा मंडल कानोड़ अनूप श्रीमाली के नेतृत्व में नगर पालिका अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को तुरंत निलंबित करने और चुनाव कराने की मांग की गई।
इसी के बीच पूर्व मंडल अध्यक्ष भगवती लाल शर्मा, महावीर दक, नेता प्रतिपक्ष दीपक शर्मा, पवन व्यास, युगल किशोर श्रीमाली एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने उदयपुर जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन। नेता प्रतिपक्ष दीपक शर्मा का कहना है कि शिक्षा नगरी कानोंड़ में पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाना शर्मसार करने वाला है।
शर्मा ने कहा कि नगरपालिका में 3 साल से भ्रष्टाचार के अतिरिक्त कुछ भी नहीं हुआ है। बबुल कांड के पैसे आज तक नगर पालिका में जमा नहीं हुए। लाखों का सेल्फी पॉइंट सहित कई मुद्दों पर भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने जिला कलेक्टर उदयपुर को मुलाकात कर तुरंत ही पालिका अध्यक्ष उपाध्यक्ष को बर्खास्त कर नवीन चार्ज की मांग की है।