बांसवाड़ा/राजस्थान।। बांसवाड़ा जिले के गांव ढाणी मजरा से निकलकर जनजातीय युवा अब अपना हुनर दिखा रहे है। जी हां राज्यपाल ने जनजातीय युवा कांती कटारा को पीएचडी की ड्रिग्री से एक नवाजा हैं।
जानकारी अनुसार राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखंड के वसुनी गांव में रहने वाले होनहार छात्र ने मेहनत कर यह सफलता प्राप्त की है।
डाक्टर कांती कटारा को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के 30 वां दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा "विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की ओर से "आदिवासियो में सामाजिक एवम् राजनेतिक चेतना के विकास में मामा बालेश्वर दयाल का योगदान एक ऐतिहासिक अध्ययन" विषय पर Ph.D उपाधि प्रदान की गई है।
बतादे कि डॉ. कान्ति कटारा कुशलगढ़ तहसील के वसुनी गांव निवासी है, वर्तमान में वह राजकीय कन्या महाविद्यालय कुशलगढ़ में इतिहास व्याख्याता के रूप सेवाएं दे रहे हैं।