जयपुर/राजस्थान।। ख़बर राजस्थान के गोविंदगढ जयपुर से है, जहा एक राजपूत मीरा बाई की तर्ज पर ही सालिगराम भगवान को उसने अपना पति स्वीकार करते हुए पुरे हिन्दू रीतिरिवाज़ के साथ विवाह कर लिया है। पूजा की भगवान में ऐसी लगन लगी की पुजा ने भगवान सालिगराम से ही शादी रचा ली।
इतिहास पर गौर करें तो एक समय मीरा बाई ने भी भगवान श्री कृष्ण को अपना सर्वस्व सोप कर आज मीरा बाई इतिहास में अमर हो गई। बताते चले कि राजस्थान के जयपुर के गोविंदगढ़ में रहने वाली पूजा कँवर राजनीति विज्ञान में एमए हैं, जिसने अपना सारा जीवन भगवान सालिगराम को सोप दिया है। पूजा की भगवान सालिगराम में ऐसी लगन लगी की भगवान सालिगराम से ही विवाह करने की ठानी। वही परिवार की भी इस विवाह में सहमति होने के बाद 8 दिसबंर को पुजा ने हिन्दू रिती रिवाज के अनुसार भगवान सालगिराम के मंदिर पंहुच कर भगवान से शादी कर की।
बतादे कि पूजा ने बकायदा बारातियों की आव भगत भी की, वही इस शादी में पूजा की माता रतन कँवर भी खुश थी। पूजा की माँ रतन कुवर ने शादी की रस्में भी निभाई। शादी में पंडित आचार्य राकेश कुमार ने वैदिक मंत्रोच्चार से शादी करवाई। अपने आप में भगवान से शादी कर पूजा ने भगवान को अपने आपको सोप दिया।
कौन है भगवान सालिगराम?
भगवान विष्णु के निराकार तथा विग्रह रूप को सालिगराम कहा जाता है। जिस प्रकार भगवान शिव का उनके निराकार रूप शिवलिंग का पूजन होता है, उसी प्रकार भगवान विष्णु का विग्रह रूप शालिग्राम है। वैष्णव संप्रदाय में भगवान विष्णु के चतुर्भुजी मूर्ति रूप के साथ निराकार, विग्रह रूप के पूजन का भी विधान है।