वक्फ बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बैठे भूख हड़ताल पर
जयपुर में सी स्कीम के कई लोग सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठे
कहा अब अंतिम सांस तक जारी रहेगी इंसाफ के लिए भूख हड़ताल
मस्जिद रेजीडेंसी की नई कमेटी खारिज करने की कर रहे मांग
जयपुर/राजस्थान।। राजधानी जयपुर में आज एक मार्मिक नजारा देखने को मिला। वक्फ बोर्ड के खिलाफ पिछले चार महीने से आंदोलन कर रहे लोगों में से 87 साल के बुजुर्ग हाजी अब्दुल कय्यूम आज कई महिलाओं और युवाओं के साथ सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठ गए। हाजी अब्दुल कय्यूम का कहना है कि हम पिछले चार महीने से इंसाफ के लिए हर संभव संवैधानिक प्रयास कर के अब हार चुके हैं। हर संभव विरोध करके थक चुके हैं। लेकिन जिम्मेदारों को हमारी तकलीफ न दिखाई दे रही है न सुनाई दे रही हैं। सी स्कीम स्थित मस्जिद हमारे बुजुर्गों और मोहल्ले वासियों ने पिछले 70 साल से हिफाज़त की है, लेकिन वर्तमान वक्फ चेयरमैन खानू खां बुधवाली ने सी स्कीम वासियों के खिलाफ बदले की भावना अपनाते हुए यहां एक ऐसी कमेटी का गठन कर दिया है जिसमें जान बूझकर अपराधियों, बे नमाजियों और ऐसे बाहरी लोगों को शामिल किया गया है। जो पहले से ही मस्जिद और मदरसे के दुश्मन रहे हैं।
नई कमेटी में शामिल किये गए सदर ने मदरसे पर बेबुनियाद इल्जाम लगा कर जेडीए द्वारा साल 2018 में मदरसे को बंद करवाने का ऑर्डर पास करवाया था। ऐसे नई कमेटी के गठन के बाद स्थानीय लोग आग बबूला हो गए। मुख्यमंत्री से लेकर, मंत्री तक विधायक से लेकर पार्षद तक, नेताओं और सभी संबंधित अधिकारियों और जिम्मेदारों ज्ञापन और सभी संबंधित सुबूत भी दिए गए। लेकिन वक्फ चेयरमैन की शह पर पुलिस आंख मूंद कर बैठ गई, उल्टे पुलिस ने वक्फ चेयरमैन की शह पर बुजुर्गों पर ही शांति भंग और गुंडागर्दी के मुकदमे दर्ज कर दिए। इन हालात में वक्फ बोर्ड और मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी किया गया। लेकिन ये कैसी सरकार है कि खुद गरीब और मज़लूमों के साथ होने का दावा करती हैं और हकीकत में सरकार के मुख्यालय से महज़ एक किलोमीटर पर इतना बड़ा जुल्म हो रहा है सरकार एक्शन लेने के बजाये आंखें बंद किये हुए हैं। सरकार के इस रवैये नाराज़ होकर सभी स्थानीय लोगों ने फैसला किया है कि अब ऐसे जालिम वक्फ चेयरमैन के खिलाफ इंसाफ के लिए मस्जिद आगे ही भूख हड़ताल करके जान दे देंगे।