मस्जिद रेजीडेंसी मस्जिद मदरसा वक्फ संरक्षण एवं संघर्ष समिति का विरोध
जुमे की नमाज़ के बाद किया ऐलान, जिम्मेदार लोगों ने जाएज़ मांगों को मूंद ली आँखें
80 वर्ष से ज़्यादा उम्र के बुज़ुर्ग और महिलाएं बैठेंगे बूख हड़ताल पर
जयपुर/राजस्थान।। मस्जिद रेजीडेंसी मस्जिद मदरसा वक्फ संरक्षण एवं संघर्ष समिति की ओर से पिछले 125 दिन से वक्फ बोर्ड की ओर से गठित बाहरी, बेनमाज़ी, भू माफिया और अपराधी प्रवर्ति के लोगों की नई कमेटी के गठन के हर संभव विरोध के बावजूद वक्फ बोर्ड की ओर से संवेदनशीलता नहीं दिखाई गई है। आज भी जुमे की नमाज़ के बाद मस्जिद के बाहर लोगों ने नई कमेटी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
मस्जिद कमेटी के मामले में विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि पिछले सप्ताह हमारा वक्फ मुख्यालय के घेराव का कार्यक्रम था लेकिन उसे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का हवाला देकर टालने पर ज़ोर दिया गया ठकम पूरी यात्रा राजस्थान से गुज़र गयी लेकिन किसी ने भी 125 दिन से विरोध कर रहे स्थानीय बुज़ुर्ग और महिलाओं का दर्द जानने की कोशिश नहीं की।
मामले मे पहले भी 2 बार बुजुर्गों द्वारा भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी थी, लेकिन मामले में विभागीय जांच और बुजुर्गों को तबियत सही नहीं होने का हवाला देकर भूख हड़ताल को टलवा दिया गया। अब विरोध कर रही संघर्ष समिति के साथ न तो विभाग इंसाफ कर रहा है, न पुलिस इंसाफ कर रही है और वक्फ बोर्ड की ओर से बजी लगातार नए नए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। ऐसे में संघर्ष समिति के सरपरस्त हाजी अब्दुल क़य्यूम ने ऐलान किया है वे तबीयत खराब होने के बावजूद भी अब स्थानीय महिलाओं के साथ भूख हड़ताल पर बैठ कर आमरण अनशन करेंगे। उनका कहना है कि हक सकता है कि उनकी शहादत के बाद गूंगे बहरे सिस्टम को सुनाई देने लगे और कुछ दिखाई भी देने लगे, लेकिन हमारे पास अब यही आखिरी रास्ता बचा है जिसे अब अमल में लाया जाएगा।