पैंथर ने दो को किया जख्मी वन विभाग की टीम पहुंची मौके पर
सरकार बढ़ाए वन विभाग में पद
बांसवाड़ा/राजस्थान।। कई समय से वन विभाग में खाली पड़े पदो एवं वनों के तेजी से हो रहे दोहन ने अब जंगली हिंसक जानवरों को आबादी क्षेत्र मे घुसने पर मजबूर कर दिया है। इसकी ताजा तस्वीरे जिले के कुशलगढ क्षैत्र से सामने आई है। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ को चेरा पुंजी कहा जाता है, यहा कुल पांच वन नाके है, जो मध्यप्रदेश व गुजरात की सीमा से सटे हुए है।
बतादे कि कुशलगढ़ वन क्षेत्र में छोटी सरवा, मोहकमपुरा, कोटड़ा, कुशलगढ तथा रामगढ़ वन नाके आते है, यह क्षेत्र सघन वन क्षेत्रो में माना जाता है तथा यहां जंगली जानवरों का भी बोल-बाला है, वही सरकार ने भी इन जंगलों की रक्षा हेतु वन कर्मियों को लगा रखा है, पर सरकार की यह व्यवस्था कोढ मे खाज से ज्यादा नहीं देखी जा सकती है। मौके पर वन क्षेत्र के फैलाव के अनुसार उसकी रक्षा हेतु नियुक्ति कार्मिको का अनुपात बहुत कम बताया जा रहां है।
इन विपरित स्थितियो को देखते हुए क्षेत्रवासियों को जिसका भय था आज वही हुआ, जानकारी अनुसार कुशलगढ़ वन क्षेत्र के रामगढ़ वन नाके के काकनवानी मे आज एक पैंथर ने अचानक दो युवको पर हमाला कर दिया जिससे दोनो ही जख्मी हो गए।
रामगढ़ वन नाके के अंसार मोहम्मद को जब पेंथर के हमले की सूचना मिली तो अंसार ने क्षेत्रीय वन अधिकारी गिरीश कुमार लबाना को इसकी सूचना दी। वही क्षेत्रीय वन अधिकारी गिरीश कुमार लबाना ने बांसवाड़ा वन विभाग के अधिकारियों को पैंथर की सूचना देकर मौजूदा खतरे को देखते हुए सभी ने काकनवानी पहुँच कर पैंथर का रेस्क्यु करने की कोशिश की, पर पेंथर गेहूं के खेतो में ओझल होते हुए जंगल की और भाग निकला।
वही क्षेत्रीय वन अधिकारी गिरीश कुमार लबाना ने बताया कि हुका पिता मंगलिया व खुमचंद पिता मानसिंग को पैंथर ने हमला कर घायल कर कर दिया है। वही वन अधिकारीयो द्वारा क्षेत्र की जनता से जंगली जानवरों के हमले से सजग रहते हुए अपनी सुरक्षा करने को कहा गया है।
पैंथर के हमले से क्षेत्रवासियों की गई सुरक्षात्मक कार्यवाई के दौरान मौके पर वन पाल मोहकमपुरा पारसिंह, केटल गार्ड किशोर सिंह, सज्जन सिंह आदी उपस्थित थे।