बरेली/उत्तर प्रदेश।। सिविल लाइंस की एक महिला ने मेयर उमेश गौतम सहित तीन पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि मेयर ने 6 दिसंबर को कार में खींचकर उसके साथ गैंगरेप किया। हालांकि 7 दिसंबर को महिला ने कोतवाली थाने में अज्ञात में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था।
महिला ने बीते 16 दिसंबर 2022 को कोर्ट में दिए अपने बयान में मेयर का नाम लिया है। शुक्रवार को एसएसपी के पास शिकायत लेकर पहुंची महिला का आरोप है कि मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। वही मेयर ने आरोपों को निराधार बताते हुए राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है। महिला का कहना है कि उसने 2006 से 2015 तक डॉ. उमेश गौतम के यहां नौकरी की थी। उत्पीड़न से तंग आकर नौकरी छोड़ दी। 6 दिसंबर 2022 की शाम 06:00 बजे वह अकेली एक डॉक्टर के यहां दवा लेने जा रही थी।
आरोप है कि तभी मेयर डॉ. उमेश गौतम, उनके ड्राइवर प्रमोद कुमार व दो अन्य ने रोक लिया। उसे जबरन कार में खींचकर नशे की गोली खिला दी, जिससे वह बेहोश हो गई। कार की पीछे वाली सीट पर उमेश गौतम ने उसके साथ रेप किया। बाद में दो अन्य व्यक्तियों ने बारी-बारी से बलात्कार किया। एक ने सीने पर चाकू मारा, सामने आने पर उसे पहचान सकती हूं। रेप के बाद महिला को डरा-धमकाकर सड़क किनारे फेंक दिया गया।
रात करीब एक बजे होश आने पर राहगीर के फोन से उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। मामले में कोतवाली पुलिस ने धारा-376 डी और 328 आईपीसी के तहत अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया। 16 दिसंबर 2022 को 164 के बयान दर्ज हुए तो उसमें मेयर डॉ. उमेश गौतम का नाम सामने आया। बताया कि इसमें न्यायिक अफसर भी शामिल हैं।