बांसवाड़ा/राजस्थान।। राजस्थान बांसवाड़ा जिले के आदिवासी आरक्षण मंच की बैठक बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ में आयोजित की गई, जिसमें सभी संगठनों और पार्टियों से ऊपर उठकर सामाजिक राजनीतिक जनप्रतिनिधि तथा बुद्धिजीवी कर्मचारी वर्ग, प्रशिक्षित बेरोजगार उपस्थित हुए।
लंबे समय से जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण तथा राज्य की प्रशासनिक सेवाओं में आरक्षण की मांग को लेकर आदिवासी आरक्षण मंच लामबंद हुआ। बैठक में बीटीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजयभाई मईडा ने कहा कि शेड्यूल एरिया के अंतर्गत जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण, राज्य की प्रशासनिक सेवाओं में आरक्षण, शेड्यूल एरिये में बाहरी जिलों के 2500 शिक्षक कार्यरत उन्हें गृह जिलों में भेजा जाए ताकि शेड्यूल एरिया के प्रशिक्षित बेरोजगारों को नौकरियों के अवसर प्रदान हो सके।
मईड़ा ने बताया कि टीएसपी से बाहरी क्षेत्र के लोग सेटिंग से डिग्री लाकर सरकारी नौकरियों में बांसवाड़ा सहित पुरे टीएसपी क्षेत्र में पैसों के दम पर काबिज़ हो गए है। मईड़ा ने ऐसे लोगो की जांच कर उन्हें सरकारी सेवा बाहर कर टीएसपी क्षेत्र असली हक़दार युवाओं को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने की मांग की है। बीटीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि टीएसपी क्षेत्र के लोग सीधे है इसका मतलब यह नहीं की सरकार उन्हें बेवकूफ बनाने का काम करें।
मईड़ा ने कहा पिछले कई वर्षों से कई विभागों की भर्तियों में सरकारों के द्वारा पारदर्शिता नहीं रखी है यह शेड्यूल एरिया के लोगों के साथ में अन्याय ही नहीं उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन भी है। आने वाले समय में जिसका करारा जवाब जनता देगी। इन मांगों को लेकर भारतीय ट्राइबल पार्टी केंद्रीय कार्यसमिति से राजनीतिक प्रस्ताव लाएगी और आदिवासी आरक्षण मंच जब भी आह्वान करेगा उनके समर्थन में आएगी एवं समाज के संवैधानिक अधिकारों को लागू करवाने के लिए संघर्ष करेगी।