आरपीएस जितेंद्र आंचलिया को भारी जाब्ते के साथ कोर्ट में किया पेश
उदयपुर/राजस्थान।। दरअसल एसीबी की कार्यवाही में गिरफ्तार आरपीएस जितेंद्र आंचलिया की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है, अब पांच और पीड़ितों ने एसीबी को आंचलिया द्वारा वसूली करने की शिकायत दर्ज करवाई है, पीड़ितों ने आंचलिया पर अपने क्षेत्राधिकार से बाहर के थाना क्षेत्र से भी वसूली करने का आरोप लगाया है, आपको बता दें सुखेर थाना क्षेत्र में एनआरआई से एसआई के जरिये रिश्वत के मामले में निलंबित डीएसपी जितेंद्र आंचलिया को जयपुर एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था।
एसीबी ने पद का दुरुपयोग कर खुद व अन्य के लिए अनुचित लाभ लेने के मामले में सुखेर थाने के निलंबित एसआई रोशनलाल खटीक तथा दलाल रमेश राठौड़ व मनोज श्रीमाली को भी गिरफ्तार किया था, चारों को शनिवार सुबह एसीबी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो दिन के रिमांड पर भेज दिया गया, इस पर सोमवार को रिमांड की अवधि पूरी होने पर चारों को पुलिस के भारी जाब्ते की मौजूदगी में वापस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
आपको बता दे एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश पर एएसपी पुष्पेंद्रसिंह की टीम आंचलिया से पूछताछ कर रही है। टीम ने आंचलिया के आवास सहित अन्य ठिकानों की तलाशी भी की है, मामले के मुताबिक दो पक्षों के जमीन विवाद में सब इंस्पेक्टर खटीक की ओर से समझौता कराने के मामले में आंचलिया की संदिग्ध भूमिका सामने आई थी। आंचलिया पर पीड़ित पक्ष पर जबरन समझौता करवाने का भी आरोप है। इन्हें कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में भी निलंबित किया गया था।
हालांकि इस मामले में उन्हें हत्याकांड में क्लीन चिट मिली ही थी कि रिश्वत मामले में निलंबित कर दिया गया था। वे उदयपुर के कई थानों में थानाधिकारी रह चुके हैं। एनआरआई का आरोप है कि आंचलिया व रोशनलाल ने भाई की पत्नी, दलाल अंकित मेवाड़ा, रमेश, मनोज से जमीन वापस खरीदने के लिए 1 करोड़ 83 लाख रुपए में जबरन सौदा करवाया। सूत्रों के अनुसार एसीबी की जांच में आंचलिया की शहर की कई प्रॉपर्टी में निवेश की बातें भी सामने आ रही हैं।