2 फरवरी को निम्बाहेड़ा में दिनदहाड़े बंटी आंजना की गोली मारकर की थी हत्या
चित्तौड़गढ़/राजस्थान।। निम्बाहेड़ा शहर में 2 फरवरी को बंटी आंजना की गोली मारकर हत्या करने के मामले में दो मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया हैं। सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना का जेल में बंद भतीजा अरविंद आंजना ने 15 लाख रुपए में सुपारी देकर बंटी आंजना की हत्या करवाई। आपसी रंजिश का मामला सामने आया हैं।
पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ राजन दुष्यन्त ने बताया कि गत 2 फरवरी को प्रार्थी देवेन्द्र कुमावत पिता शोभालाल निवासी आजाद चौक निम्बाहेड़ा कोतवाली ने बमुकाम मोर्चरी जिला चिकित्सालय निम्बाहेडा पर एक लिखित रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि दिन में करीब 4 बजे मेरे मित्र ललित प्रजापत की पुत्री की मृत्यु हो जाने से मेरे मित्र बंटी उर्फ विकास पिता बापुलाल आंजना व अन्य विकास पिता गोपाल लाल आंजना निवासी केसुन्दा वाले आज शाम 4 बजे करीब बैठने आए थे, जहाँ पर करीब 15-20 मिनट रूकने के बाद में, बंटी उर्फ विकास आजना व साथी विकास आजना को मेरी मोटर साईकल से बंटी आंजना की स्कार्पियो के पास इन दोनो को छोड़ने के लिए जेल के पास पहुंचा जहां हम तीनों मोटर साईकल से उतरे तो एक व्यक्ति ने पीछे आकर हमारे पर फायर किया जिससे मैं व विकास आंजना जेल के अन्दर भाग गए। इसी के साथ आगे से दो लडके और आए बटी आंजना पर तीनों ने फायर किए तीनों के हाथ में पिस्टल थी फायर करके वो तीनों भाग गए जिन्हें हम नही जानते सामने आने पर पहचान सकते है। फिर हम दोनों व आसपास के लोग व जेल कर्मियों के सहयोग से बटी उर्फ विकास आंजना को इलाज के लिए विकास की स्कोर्पियो से निम्बाहेड़ा अस्पताल लेकर आए जहां डाक्टरों ने विकास मृत घोषित कर दिया। मेरे मित्र विकास पिता बापुलाल आंजना की मृत्यु तीन अज्ञात बदमाशान द्वारा गोलियों से फायर कर हत्या कर दी हैं।
मजमुन रिपोर्ट से मामला अपराध धारा 302, 34 भा.द.स व धारा 3/25 आर्म्स एक्ट में दर्ज कर अनुसंधान एसएचओ कोतवाली फूलचन्द पु.नि. द्वारा शुरू किया गया। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त ने मामले की घटना को गंभीरता से लेते हुते शीघ्र घटना ट्रेस आउट करने के निर्देश प्रदान किये। जिस पर अर्जुन सिंह शेखावत व राजीव जोशी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ के नेतृत्व में आशीष कुमार पुलिस उप अधीक्षक वृत निम्बाहेडा के निकटमसुपर विजन में फूलचन्द पु.नि. थानाधिकारी कोतवाली निम्बाहेडा के नेतृत्व में अनुसंधान व मुल्जिमान की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें गठित की गई।
घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज प्राप्त किए जाकर गहन अनुसंधान कर अभियुक्तों की पहचान की गई तो अभियुक्त अजयपाल पिता प्रभुलाल जाट निवासी बही पार्श्वनाथ थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर, सुरेश जाट पिता किशोर जाट निवासी पित्याखेडी थाना वाईडी नगर जिला मन्दसौर, कृष्णपाल उर्फ कान्हा पिता गुलाब सिंह सिसोदिया निवासी गोगरपुरा थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर, रमेश उर्फ कान्हा पिता मन्नालाल जाति भील निवासी नई सिगरी अम्बानगर थाना कोतवाली निम्बाहेड़ा द्वारा घटना कारित करना पाया गया।
अनुसंधान के दौरान सामने आया कि अभियुक्तगणों को घटना में प्रयुक्त दोनों मोटरसाईकिल उपलब्ध करवाने व आपराधिक षडयन्त्र में भागीदारी होने पर पूर्व में 7 फरवरी को कमल सिंह पिता इन्द्र सिंह जाति राजपुत उम्र 28 साल निवासी अम्बानगर निम्बाहेड़ा थाना कोतवाली निम्बाहेड़ा जिला चित्तौड़गढ़ एवं घटना के बाद अभियुक्तगणों को मन्दसौर में अपने होटल पर शरण देने वाले राहुल सुर्यवंशी पिता रोडमल सुर्यवशी जाति चमार उम्र 24 साल निवासी गुलियाना थाना दलोदा जिला मन्दसौर व अभियुक्तगणों को पुलिस 48 साल निवासी बही पार्श्वनाथ थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर को बाद अनुसंधान के गिरफ्तार किया गया था। शेष वांछित अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक कार्यालय से अपराधियों की गिरफ्तारी पर प्रत्येक पर 5-5 हजार रूपये ईनाम की घोषणा की गई तथा जिला स्तर एवं वृत स्तर पर पुलिस टीमों का गठन किया जाकर मुल्जिमान की गहन तलाश आस-पास व मध्यप्रदेश में जारी रखी गई। इसी क्रम आशीष कुमार पुलिस उप अधीक्षक वृत निम्बाहेड़ा मय पुलिस टीम के मुल्जिमान की तलाश के दौरान सूचना मिलने पर आज घटना के मुख्य अभियुक्तगण अजयपाल पिता प्रभुलाल जाट निवासी बही पार्श्वनाथ थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर (मध्यप्रदेश), कृष्णपाल उर्फ कान्हा पिता गुलाब सिंह सिसोदिया निवासी गोगरपुरा थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर को होरी हनुमान मन्दिर अरनोद जिला प्रतापगढ़ से डिटेन कर बाद अनुसंधान प्रकरण मे बापर्दा गिरफ्तार किया गया। मुल्जिमान से पुछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि मुल्जिम अजयपाल 30 अगस्त 2022 से 06 सितम्बर 2022 तक जिला प्रतापगढ में प्रकरण संख्या 225/2022 धारा 307 थाना प्रतापगढ़ के प्रकरण में जिला कारागृह प्रतापगढ़ रहा था उसी समय छोटीसादड़ी के प्रकरण संख्या 117/2022 धारा 302 में मुल्जिम अरविन्द आंजना पुत्र भंवर लाल आंजना निवासी केसुन्दा भी जेल में था जिससे इनकी जेल में घनिष्ठता हो गई। इसी दौरान अरविन्द आंजना ने अपनी स्वयं की रंजिश बन्टी आंजना उर्फ विकास से होना बताया एवं बन्टी उर्फ विकास आंजना की हत्या करने के लिये तैयार कर लिया चूंकि अजयपाल बेरोजगार होकर आर्थिक तंगी से जुंझ रहा था जो अरविन्द आंजना से 15 लाख रूपये की राशि तय करके विकास उर्फ बन्टी आंजना की हत्या करने के लिये सहमत हो गया।
इसके बाद अजयपाल ने इस कार्य को अंजाम देने के लिये अपने साथ पूर्व परिचित सुरेश जाट, कृष्णपाल उर्फ कान्हा, रमेश उर्फ कान्हा भील को साथ लिया व दो तीन माह से बंन्टी आंजना की रेकी छोटीसादड़ी, निम्बाहेड़ा आदी जगह करते हुवे 2 फरवरी को निम्बाहेड़ा सब जेल के पास उक्त घटना को अंजाम दिया। इस घटना से पूर्व दो तीन बार अजयपाल व इसके साथियों को बंन्टी आंजना छोटी सादडी क्षेत्र में मिला परन्तु उस समय बन्टी आंजना के साथ 5-7 लोग होने से एवं एक बार परिजन होने से घटना को अंजाम नही दे सके। प्रकरण में शेष मुल्जिमान की तलाश हैतु भरसक प्रयास जारी है। पुलिस ने अजयपाल पिता प्रभुलाल जाट निवासी बही पार्श्वनाथ थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर, कृष्णपाल उर्फ कान्हा पिता गुलाब सिंह सिसोदिया निवासी गोगरपुरा थाना पिपलिया मण्डी जिला मन्दसौर (मध्यप्रदेश) को गिरफ्तार किया।