आजादी के 76 साल बाद भी राजस्थान के विद्यालयों में बिजली नहीं
चित्तौरगढ़/राजस्थान।। आज राजस्थान विधान सभा की कार्यवाही के दौरान विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से शिक्षा विभाग से प्रदेश में बिजली कनेक्शन के बिना संचालित विद्यालयों की जानकारी चाही। जिसमें सरकार ने आश्चर्यचकित कर देने वाले आंकडे प्रस्तुत किये।
प्रश्न के उत्तर में मंत्री बीडी कल्ला ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2021 में संचालित कुल 64093 में से 11154 विद्यालय बिजली रहित थे, वहीं वर्ष 2022 में बढकर इनकी संख्या 12093 हो गई। अकेले जिला चित्तौडगढ में 211 विद्यालय बिजली विहीन संचालित हो रहे है। सरकार की तरफ से केबिनेट मंत्री बीडी कल्ला के उक्त जवाब से नाराज होकर विधायक आक्या ने विधान सभा सदन में आक्रोश व्यक्त किया और कहा कि ''आजादी के 76 साल बाद भी राजस्थान के विद्यालयों में बिजली नहीं।
सरकार की नाकामीयो की गवाही दे रहे बिजली विहीन विद्यालय'' ऐसे में विधान सभा अध्यक्ष सी पी जोशी जी ने मंत्री बीडी कल्ला के जवाब पर नाराजगी जाहिर की, और शिघ्र से शिघ्र प्रदेश के बिजली रहित विद्यालयों में बिजली उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
एक तरफ सरकार प्रदेश के विद्यालयों को माडल स्कूल में परिवर्तित कर रही है, स्कूलों में तकनीकी शिक्षा को बढाने के लिए कम्प्यूटर लेब एवं कम्प्यूटर शिक्षकों की भर्तीया निकाल रहीं है। वहीं पर प्रदेश के 12093 विद्यालयों में बिजली कनेक्शन नहीं होना हम सभी के लिए गहन चिंता का विषय है। आज के आधुनिक समय में सरकार चाहे तो सौर ऊर्जा से भी बिजली की आपूर्ति कर सकती है। लेकिन सरकार की लापरवाही का शिकार प्रदेश के गरीब नागरीकों के मजबूर बच्चे हो रहे है।
(रिपोर्ट-अभिषेक धींग)