बांसवाड़ा/राजस्थान।। पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल द्वारा सदन में आदिवासियों को नक्सली कहे जाने का मामला अब तूल पकड़े लगा है, कई जनजातीय संगठनो मेघवाल के विरोध में मोर्चा खोल दिया गया है। इसी मुद्दे को लेकर जिले के कुशलगढ़ में भी भारतीय ट्रायबल पार्टी द्वारा उपखंड अधिकारी कुशलगढ़ को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया, जिसमें बताया गया कि दिनांक 14-03-2023 को पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल द्वारा सदन में आदिवासियों को नक्सली कहा गया, यह संपूर्ण आदिवासी समाज का अपमान है।
क्षेत्र में बीटीपी को लिड करने वाले विजय कुमार मईड़ा का कहना है कि आजादी के 75 वर्ष के उपरांत आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को लागू नहीं करना तथा आदिवासियों के साथ बढ़ते अन्याय, अत्याचार और शोषण के खिलाफ आवाज उठाना और भील प्रदेश की मांग करने पर आदिवासियों को नक्सलवादी के रूप में परिभाषित करना संवैधानिक प्रक्रिया के विरुद्ध है।
मईड़ा का कहना है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र की आदिवासी क्षेत्र में निवास करने वाले प्रत्येक नागरिक को भील प्रदेश की मांग करने का संवैधानिक अधिकार है तथा शोषण अन्याय, अत्याचार के लिए आवाज उठाना उनका संवैधानिक अधिकार है। मईड़ा का कहना है कि मेघवाल द्वारा इस प्रकार की टिप्पणी करना निंदनीय है, भारतीय ट्रायबल पार्टी मांग करती है की पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल सदन में रखी अपनी बात वापस ले और संपूर्ण आदिवासी समाज से माफी मांगे एवं उक्त टिप्पणी के लिए जिम्मेदार पूर्व स्पीकर पर कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्यवाही की जावे।
बतादे कि ज्ञापन देते समय उपस्थित बीटीपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजयभाई मईडा, जिला महासचिव तेरचंद्र अड, छोटी सरवा मंडल अध्यक्ष जगदीश डिंडोर, उपाध्यक्ष शानू भाई, बीटीटीएस जिला अध्यक्ष नारायण, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष महेश बारिया, कुशलगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष दीपक कटारा, ब्लाक महासचिव राजेंद्र डोडियार, संगठन मंत्री देवीलाल, ब्लॉक उपाध्यक्ष रमेश, नगर उपाध्यक्ष अल्लारखा पठान, मंडल अध्यक्ष देवीलाल लासुण, वाल सिंह, प्रमोद मूवी, लिंबाराम, कालू सिंह, सुभाष,आदि कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे l