कानोड़/उदयपुर।। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई से प्रदेश भर में चर्चित रही कानोड़ नगर पालिका चेयरमैन चंदा देवी मीणा तथा उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बाबेल को स्वायत्त शासन विभाग द्वारा जांच पड़ताल में पाए गए भ्रष्टाचार सहित अन्य गंभीर आरोपों के बाद निलंबित कर दिया गया है। जानकारी अनुसार एक टेंडर में कानोड़ नगर पालिका चेयरमैन चंदा देवी मीणा द्वारा नगर पालिका को लेपटॉप, फोटोस्टेट मशीन और प्रिंटर सप्लाई की निविदा में 30000 रुपयों की मांग की गई थी। जिसके एवज़ में 15.12.2022 को अध्यक्ष महोदय के पति सत्यनारायण मीणा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा 27000 रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथो ट्रेप किया गया था। वही कानोड़ नगर पालिका उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बाबेल को भी सेल्फी पॉइंट और ओपन जिम के बिल पास करवाने के मामले में 40000 रूपये की रिश्वत मांगी गई थी जिस पर ट्रेप की कार्रवाई द्वारा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों ने 15.12. 2022 को उन्हें रंगे हाथो गिरफ्तार किया है।
स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक व संयुक्त सचिव हृदेश कुमार शर्मा ने निलंबन आदेश में कहा की चेयरमैन चंदा देवी मीणा द्वारा 27000 रूपये की रिश्वत लिए जाने तथा उपाध्यक्ष द्वारा 40000 रूपये की रिश्वत मांगने पर दोनों को प्रथम दृष्टया में प्रमाणित पाया गया है।
वही मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 39 (1)घ के तहत तुरंत प्रभाव से अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया तथा न्यायिक जांच प्रक्रिया तीव्रता से फ़िलहाल जारी है।
वही अब आगे यह संशय भी मंडरा रहा है कि राजस्थान सरकार द्वारा नगरपालिका कानोड़ में अध्यक्ष पद के खाली रहने के उपरांत उसमें चुनाव कब कराए जाएगे, क्योंकि अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति में नगर पालिका कानोड़ के सभी कार्य बाधित रहेंगे। वही कानोड़वासी लगातार तुरंत प्रभाव से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं जिसके लिए वह राज्य सरकार को मांग पत्र भी प्रस्तुत कर चुके हैं।
(रिपोर्टर - अभिषेक धींग)