असद व शूटर पुलिस मुठभेड़ में ढेर, बेटे की मौत की खबर सुन कोर्ट में गश खाकर गिरा अतीक
झांसी/उत्तर प्रदेश।। पुलिस ने झांसी में एनकाउंटर की कार्रवाई को अंजाम देते हुए माफिया अतीक अहमद के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड में शूटर असद समेत 2 लोगों का मार गिराया है। यूपी एसटीएफ ने मामले के आरोपी और 5 लाख रुपये के इनामी अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम को मुठभेड़ में झांसी में मार गिराया है। दोनों के पास से विदेशी हथियार बरामद किया गया है। पुलिस ने अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर में ढेर होने की पुष्टि की है।
प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी और पांच लाख रुपये के इनामी बाहुबली अतीक के बेटे असद को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। असद के साथ शार्प शूटर और इसी केस में वांछित गुलाम की भी पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है। एनकाउंटर की खबर अतीक को अदालत में मिली तो अतीक दहाड़े मारकर रोने लगा और गश खाकर गिर गया। उमेश पाल हत्याकांड में अब तक चार लोगों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।
बता दें कि, अतीक अहमद अपने बेटे के एनकाउंटर की जानकारी पाकर कोर्ट में जमकर रोया। उसके बाद चक्कर खाकर वह कोर्ट में गिर गया। वहीं पुलिस का कहना है कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन इन्होंने STF की टीम पर फायर किया, उसके बाद एनकाउंटर में मार गिराया गया।
एसटीएफ लगातार कर रही थी तलाश
उमेश पाल हत्याकांड में असद और शूटर गुलाम की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। असद के नेपाल फरार होने की खबरें भी आईं थी। इस बीच यूपी पुलिस ने दोनों के ऊपर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। खबरों में कहा गया है कि गुरुवार को यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल की नेतृत्व में असद और गुलाम से मुठभेड़ हुई थी। पुलिस की गोलीबारी से दोनों की मौके पर मौत हो गई। मुठभेड़ बड़ागांव में परीछा डैम के पास हुई है।पुलिस को दोनों के पास से आधुनिक हथियार भी बरामद हुए हैं। डीआईजी अनंत देव तिवारी ने दोनों की मुठभेड़ में मारे जाने की जानकारी देते हुए बताया कि पिस्टल, रिवाल्वर और विदेशी हथियार बरामद हुए हैं। याद रहे कि गुरुवार को अतीक की प्रयागराज कोर्ट में पेशी थी। अतीक को बेटे के एनकाउंटर की खबर कचहरी में मिली तो वह जोर-जोर से रोने लगा। उसका गला सूख गया तो उसनें पानी मांगा और गश खाकर गिर गया।
दरअसल, 24 फरवरी को प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान बम भी फेंके गए थे। इस हमले में उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर्स की मौत हो गई थी।
पुलिस टीम में शामिल थे 12 लोग
स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से कहा है कि सरकार की अपराध और अपराधियों पर कार्यवाई की मंशा है। सरकार शुरू से ही जीरो टॉलरेंस की नीति से काम कर रही है और इसके लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 24 फरवरी को प्रयागराज में गवाह उमेश पाल की हत्या की गई थी जिसमें पुलिस के दो जवान भी शहीद हुए थे। यूपी पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया था और घटना में पांच हत्यारे पहचाने गए थे।
इस केस में अरमान, असद, गुड्डू, साबिर पर पांच लाख का इनाम था। हमारी व सिविल पुलिस की टीमें अपराधियों की तलाशा कर रही थी। गुरुवार को लगभग साढ़े 12 से ेक बजे के बीच दोनों को घेरा गया। बदमाशों ने फायरिंग की तो पुलिस टीम ने भी बचाव में गोली चलाई जिससे मुड़भेड़ में असद व गुलाम मारे गए। इनके पास से अत्याधुनिक हथियार ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर व पिस्टल बरामद हुए है। एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ की टीम में दो डिप्टी एसपी, दो कमांडो, दो इंस्पेक्टर, एक एसआई और पांच हेड कॉन्स्टेबल शामिल थे। उन्होंने पुलिस टीम को बधाई दी है।