महिला को पुलिस ने भेजा घर, कई दिनों से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे थे लोग
जबलपुर/मध्य प्रदेश।। पानी पर चलने वाली मां नर्मदा के नाम से चर्चित हुई महिला का बयान सामने आया है, जिसमें वो खुद कह रही है कि उन्हें कोई सिद्धि प्राप्त नहीं है, बल्कि वे एक साधारण परिक्रमावासी हैं जो एक साल पहले नर्मदा परिक्रमा के लिए निकली थीं. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. उनकी इच्छा थी कि वे पैदल नर्मदा परिक्रमा पूरी करें.
दरअसल जबलपुर के झांसी घाट और शहपुरा के बीच में नदी किनारे चलते हुए किसी ने इनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया और लोगों ने इन्हें रेवा मां की उपाधि दे दी. वीडियो वायरल होते ही रेवा मां के पीछे हजारों भक्तों की भीड़ लग गई. झांसी घाट से शुरू हुई यात्रा जब जबलपुर के ग्वारीघाट पहुंची तो भीड़ को संभालने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करना पड़ी. फिर माताजी को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया. इसके साथ ही उनकी गुमशुदगी के आधार पर उन्हें जबलपुर से उनके घर नर्मदापुरम स्थित कल्लू खापा गांव भेज दिया गया है.
सीएसपी तुषार सिंह ने कहा कि महिला में किसी तरह की कोई भी शक्ति नहीं है, वह एक आम महिला है, वह सिर्फ नर्मदा परिक्रमा करने के लिए निकली हुई थी, लेकिन लोगों के द्वारा चमत्कार की अफवाह फैलाई जा रही थी। इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी, पुलिस ने महिला के परिवार वालों से उसकी बात करा कर उसे सकुशल उसके घर रवाना कर दिया है।
लोग जिसे मां नर्मदा का स्वरूप मान रहे थे उसका नाम 51 वर्षीय ज्योति बाई रघुवंशी है. जिनके पति का नाम स्वर्गीय किशन सिंह रघुवंशी है, जो कि होशंगाबाद जिले के कल्लू खापा गांव की रहने वाली है. महिला की गुमशुदगी की शिकायत होशंगाबाद जिले के पिपरिया रोड थाने में 11 मई 2022 को दर्ज कराई गई है. रिपोर्ट के अनुसार महिला 9 मई, 2022 को दिन में 12:30 बजे अपने घर से बिना बताए घर से गायब है. रिपोर्ट में यह भी दर्शाया गया है कि यह महिला पिछले 5 सालों से मानसिक बीमारी से गुजर रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है महिला
होशंगाबाद जिले की रहने वाली यह महिला जबलपुर की सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. कभी भक्तों को आशीर्वाद देते तो कभी लोगों का पानी छिड़कती, कभी नदी में चलती है. इसी के चलते शहर के लोगों की महिला से मिलने की उत्सुकता बढ़ती जा रही थी.