आरपीएससी बना भ्रष्टाचार का अड्डा, आम आदमी पार्टी ने पोस्टर प्रदर्शन कर किया विरोध
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आरपीएससी बना भ्रष्टाचार का अड्डा, आम आदमी पार्टी ने पोस्टर प्रदर्शन कर किया विरोध

  उदयपुर/राजस्थान।। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के लगातार आउट हो रहे पेपर को लेकर आज आम आदमी पार्टी ने जिला कलेक्ट्रेट पर पोस्टर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया तथा बताया कि आरपीएससी सदस्य बाबुलाल कटारा की गिरफ्तारी से साफ हो चुका है कि आरपीएससी भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है तथा इससे मेहनत करने वाले युवाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। 24 दिसंबर को राजस्थान लोक सेवा आयोग की सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का जीके पेपर लीक हो गया था। पेपर को निरस्त कर दिया गया। इतना ही नहीं 10 साल में एक दर्जन भर्तियों के पेपर आउट हो चुके हैं। जिससे परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा। साल 2013 में 26 अक्टूबर को आयोजित हुई आरएस-प्री के परीक्षा परिणाम आने के बाद 11 जुलाई 2014 को रद्द कर दी गई।
आरपीएससी की ओर से आयोजित की गई एलडीसी भर्ती 2013 जिनका आयोजन 11 जनवरी 2014 को हुआ, उसे दिसंबर 2015 में रद्द कर दिया गया। जेल प्रहरी भर्ती 2015 की परीक्षा, कॉन्स्टेबल 2018 की भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया था।
  इसी प्रकार लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2018 जिसकी परीक्षा का 2020 को हुई थी उसे भी रद्द कर दिया गया था। साथ ही रीट की परीक्षा, बिजली विभाग में टेक्निकल हैल्पर भर्ती परीक्षा 2022 की ऑनलाइन परीक्षा, कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 2022, वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2020 जिसका आयोजन 12 नवंबर 2022 को हुआ, उसे भी पेपर लीक के चलते रद्द करना पड़ा था।
  इसलिए राजस्थान लोक सेवा आयोग किसी भी परीक्षा को पारदर्शी ढंग से नहीं करवा पा रही हैं। लगातार पेपर आउट होना, नकल माफियाओं, पेपर आउट गिरोह पर प्रभावी कानूनी कार्रवाई न होना इस बात का संकेत है कि इन्हें नेताओं और अधिकारियों का संरक्षण मिल रहा है।
  अब तो हालात यह है कि पेपर लीक में RPSC सदस्य की भूमिका साफ़ दिख रही है और उनकी गिरफ़्तारी भी हो चुकी है। इसका मतलब पेपर लीक मामले में न केवल RPSC मेंबर का इन्वॉल्वमेंट बल्कि चेयरमैन की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। सदस्य बाबूलाल कटारा की
गिरफ़्तारी से आयोग की साख ख़राब हुई है और लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया। ज्ञापन में बताया कि
आम आदमी पार्टी की माँग है कि इस मामले की ज़िम्मेदारी आरपीएससी चेयरमैन की बनती है इसलिए उनको बर्खास्त किया जाए। इतना ही नहीं लाखों युवाओं का भविष्य अंधकारमय करने की सबसे ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री है। नैतिकता के आधार पर सरकार जिम्मेदार है। प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष निर्भय सिंह राठौड, जिला महासचिव ओमप्रकाश श्रीमाली, वार्ड प्रभारी प्रेमनाथ योगी, चन्द्रप्रकाश चित्तोड़ा, राहुल सैनानी, बी एल छानवाल, रमेश सेन, संदीप चौहान, मोहम्मद खलील, कमल सुहालका, दीक्षांत सिंघवी आदि शामिल थे।

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