उदयपुर/राजस्थान।। पूर्व विधायक वल्लभनगर एवं संरक्षक जनता सेना राजस्थान के रणजीत सिंह भिंडर ने आज राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र को पत्र लिखकर गहलोत सरकार द्वारा खोले गए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को सही ढंग से संचालित करने, अलग से भवन बनाने और अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक ही लगाकर संचालित कराए जाने की मांग की है।
भिंडर ने आरोप लगाया की किसी नीति व योजना के बिना ही महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोलकर हिंदी माध्यम के छात्रों व अभिभावकों को गहलोत सरकार दर-दर भटकने को मजबूर कर रही है। योजना के तहत जो विद्यालय खोले गए है, वहां हिंदी माध्यम के ही शिक्षकों को लगाया गया है। भवन, सुविधाएं व शिक्षक भी पर्याप्त नहीं है। नई शिक्षा नीति 2020 में भी मातृ भाषा में शिक्षण की बात कही गई है अतः यह नई शिक्षा नीति के भी विरुद्ध है। पता नहीं राज्य सरकार ऐसी आत्मघाती शैक्षिक योजना क्यों व किसके लिए संचालित कर रही है?जबकि वह इसका प्रबंधन भी ठीक से नहीं कर पा रही है।
भिंडर ने पत्र में आरोप लगाया की कई अंग्रेजी माध्यम विद्यालय वहां खोल दिए गए जहां बालकों को हिंदी भी ठीक से पढ़ना नही आती। ऐसे में बालक विद्यालयों से पलायन कर रहे हैं। वर्तमान में खोले गए अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों की दुर्दशा जगजाहिर है। यदि सरकार की सोच शिक्षा, शिक्षार्थी व अभिभावक के हित में होती तो वह नवीन प्राथमिक विद्यालय खोलकर नवीन भवन व पूर्णात अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की भर्ती कर ब्लॉक स्तर पर दो चार विद्यालय खोलकर जनता का भला कर सकती थी।
पूर्व विधायक ने कहा की सरकार आखिर क्यों शिक्षकों व विभाग की फजीहत पर आमादा है? पत्र के माध्यम से राज्यपाल कलराज मिश्र से निवेदन किया गया है कि राज्य सरकार को आदेश दे कि या तो इन विद्यालयों को सही तरीके से संचालित करने के लिए अलग से भवन बनाकर, पूर्णतः अंग्रेजी माध्यम के ही शिक्षक लगाकर संचालित कराया जाए या फिर अंग्रेजी शिक्षा देने का इस प्रकार का ढोंग बंद करें।