गोल्ड लोन स्कैम में FIR जांच में जुटी पुलिस, सोने का वैल्यू आया जीरो
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गोल्ड लोन स्कैम में FIR जांच में जुटी पुलिस, सोने का वैल्यू आया जीरो

  बाढ़/बिहार।। बैंक ऑफ इंडिया तथा पंजाब नैशनल बैंक की बाढ़ स्थित शाखाओं में गोल्ड लोन स्कैम का भांडा फूटने के बाद बाढ़ पुलिस हरकत में आ गई है. बाढ़ के लंगरपुर स्थित तथा अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज मोड़ स्थित ब्रांच में फर्जी तरीके से 0 वैल्यू का गोल्ड जमा कराकर कई लोगों के द्वारा लाखों रुपए का लोन लिया गया था.
  जब गोल्ड लोन का किश्त कर्जदारों द्वारा नहीं जमा कराया गया तब बैंक मैनेजर को संदेह हुआ. फिर मैनेजर ने गोल्ड वैल्यूअर तथा लोन लेने वाले कई लोगों पर बाढ़ थाने में 16 दिसंबर को एफआईआर दर्ज कराई. मामला पुलिस के संज्ञान में पहुंचते ही पुलिस जांच में जुट गई है. बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने बताया कि गोल्ड वैल्यूअर के आधार पर बैंक ने 16 खाताधारकों को गोल्ड के बदले में लोन दिया था. इन लोगों को कुल लगभग 55 लाख रुपए के लोन दिए गए हैं.
  बैंक अधिकारी ने यह भी बताया कि लोन लेने वालों ने जब गोल्ड लोन के किश्त नहीं जमा किए, तो ऑक्शन के प्रावधान के तहत उन लोगों के द्वारा जमा किए गए सोने की जांच कराई गई. सभी सोने का वैल्यू जीरो आया. उन्होंने बताया कि वैल्यूएर की धोखाधड़ी के कारण यह पूरा स्कैम हुआ है.
  वहीं बाढ़ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी भारत सोनी ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में प्रथम दृष्टा वैल्यूअर, लोन लेने वाले तथा बैंककर्मी की मिलीभगत लग रही है. उन्होंने बताया कि आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक 2 करोड़ से अधिक रुपए के मामलों का अनुसंधान सीबीआई करती है. हालांकि आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) के द्वारा ही अभी इस मामले को मॉनिटर किया जा रहा है.
आर्थिक अपराध इकाई कर सकती है जांच
  एसडीपीओ ने बताया कि मामले में तकनीकी रूप से वैल्यूर, लोन लेने वाले तथा बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच कराई जाएगी. अभी तक हमारे सामने पंजाब नैशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया से इस तरह का एफआईआर प्राप्त हुआ है. इस मामले की जांच और अन्वेषण ईओयू (EOU) की टीम द्वारा किया जाना है. जिस किसी के भी इसमें संलिप्त होने के प्रमाण मिलेंगे, उन सबके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी.

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