उदयपुर/राजस्थान।। देश के आजादी के पूर्व या देश देश की आजादी के बाद किसी भी युग की हम बात करें तो देश के विकास में निजी शिक्षण संस्थाओ या खासकर यु कन्हे तो निजी स्कूलों के योगदान को कभी भी भुलाया नही जा सकता हे, यदि ये संस्थाएं नहीं होती तो हम कल्पना भी नहीं कर सकते की शैक्षणिक विकास जो हम आज देख रहे हे वो कंही भी नजर नहीं आता। इन्ही संस्थाओ ने व इनमे कार्यरत लाखो कार्मिको ने अपने सम्पूर्ण समर्पण भाव, मेहनत व ईमानदारी के दम ऐसी ऐसी प्रतिभाए तैयार की हे जो आज न केवल देश चला रही हे वरण सम्पूर्ण विश्व में अपनी योग्यता का परचम लहरा रही हे। इन निजी शिक्षण संस्थाओ ने राष्ट्र को बहुत कुछ दिया हे, उक्त विचार जनार्दन राय नागर विश्व विद्यालय के कुलपति व भूपाल नोबल्स संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर शिव सिँह जी सारंगदेवोत ने आज नीरजा मोदी स्कूल उदयपुर में आयोजित निजी शिक्षण संस्थाओ के संगठन स्कूल शिक्षा परिवार के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह "अभ्युदय-2025" के अवसर पर 500 से अधिक निजी स्कूलों के संस्थापको के समक्ष व्यक्त किये।
स्कूल शिक्षा परिवार के संभागीय महामंत्री भवानी प्रताप सिंह झाला ने बताया की आज नीरजा मोदी स्कूल के ओपन ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में उदयपुर संभाग की 500 से अधिक निजी शिक्षण संस्थाओ के संस्थापको या संचालको ने भाग लिया जिसमे शेक्षणिक विकास पर चर्चा हुई, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनार्दन राय नागर विश्व विधालय के कुलपति प्रोफ़ेसर शिव सिंह जी सारंगदेवोत थे, मुख्य वक्ता स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अनिल शर्मा थे, विशिष्ट अतिथि के रुप में राजस्थान श्रमिक कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमेन (पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त ) श्री जगदीश राज श्रीमाली जी, साईं तिरुपति यूनिवर्सिटी के कुलपति डा प्रशांत नाहर, संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा श्रीमती रंजना कोठरी, नीरजा मोदी के चेयरपेर्सन महेन्द्र जी सोजतिया साथ ही जिन प्रमुख निजी स्कूल संचालको ने भाग लिया उनमे सेंट्रल पब्लिक स्कूल उदयपुर की संस्थापिका श्रीमती अलका जी शर्मा, रॉक वुड स्कूल के संस्थापक अनिल शर्मा, MDS सीनियर सेकेंडरी स्कूल के डायरेक्टर डॉक्टर शैलेन्द्र जी सोमानी, नीरजा मोदी स्कूल की निदेशिका श्रीमती साक्षी सोजतिया, आलोक स्कूल के प्राचार्य श्री शशांक जी, भूपाल नोबल्स सीनियर सेकेंडरी (CBSE) स्कूल के पूर्व चेयरमेन भवानी प्रताप सिंह झाला, भूपाल नोबल्स सीनियर सेकेंडरी (RBSE) के प्राचार्य वीरेंद्र सिंह चुण्डावत, जीवन रतन मॉर्डन स्कूल के संस्थापक श्री मंगला राम जी, असेंट स्कूल के प्राचार्य श्री विजय चौधरी सहित उदयपुर शहर, जिले व संभाग की अधिकांश CBSE व RBSE बोर्ड से संचालित स्कूलों के संस्थापको ने भाग लिया जिनका स्वागत स्कूल शिक्षा परिवार के संभाग प्रभारी सी पी रावल, संभाग अध्यक्ष गिरीश जोशी, उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष कपिल शर्मा, उदयपुर देहात जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार आमेटा कार्यक्रम संयोजक अनुभव गोड़ आदि ने किया।
कार्यक्रम संयोजक श्री अनुभव गौड़ ने बताया की कार्यकम में शेक्षनिक चर्चा, स्कूल संचालन में आने वाली परेशानियों, सरकारी नीतियों आदि पर चर्चा के साथ ही लाइट म्यूजिक व ओकेस्ट्रा थीम के साथ शैक्षणिक जगत में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 120 से अधिक स्कूलों संचालको को प्रशस्ती पत्र देकर, उपरना ओढ़ाकर सम्मानित किया व साथ ही सामूहिक भोजन आदि का आयोजन किया गया वही दूसरी तरफ नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में निजी स्कूलों की भागीदारी पर भी चर्चा हुई।
मुख्य वक्ता स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अनिल शर्मा ने अपने उदबोधन में बताया की राज्य सरकार द्वारा जो सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चो के साथ भेदभाव किया जा रहा हे जैसे सरकारी स्कूलों के बच्चो को लेपटॉप, साईकिल सहित 27 प्रकार की सुविधा दी जा रही हे वही निजी स्कूलों के बच्चो को ये सुविधा नहीं दी जा रही हे इस भेदभाव को दूर करने के लिए स्कूल शिक्षा परिवार लगातार प्रयास कर रहा हे।
स्कूल शिक्षा परिवार के संभागीय प्रभारी सी पी रावल, संभाग अध्यक्ष गिरीश जोशी ने भी विचार व्यक्त किये।आभार उदयपुर जिलाध्यक्ष कपिल शर्मा ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर रोकवुड स्कूल उदयपुर के नंन्हे नन्हें बालको द्वारा स्कूल बेंड पर प्रस्तुत स्वर लहरिया व गार्ड ऑफ़ ऑनर मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा, इन बालको की शानदार प्रस्तुति को सभी ने सराहा।
(भवानी प्रताप सिंह झाला)
संभाग महामंत्री
स्कूल शिक्षा परिवार