उदयपुर/राजस्थान।। श्री मेलडी माता मूर्ति स्थापना महोत्सव के दौरान श्री हिंगलाज माता जी की जोत पाकिस्तान से उदयपुर मेलडी माता मंदिर आएगी। यह जानकारी आज मेलडी माता मंदिर बापा सीताराम आश्रम में हुई प्रेस वार्ता में महंत विरमनाथ महाराज, एवं साध्वी राजु बा ने प्रेस से पधारे प्रतिनिधियों को दी। उन्होंने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मां श्री भगवती मेलडी माता मंदिर बापा सीताराम आश्रम पर दिनांक 6 फरवरी गुरुवार से 8 फरवरी शनिवार तक मूर्ति स्थापना महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें 108 कुंडी देवी महायज्ञ में हिंगलाज माताजी की पाकिस्तान में स्थित प्रथम शक्तिपीठ हिंगलाज माताजी मंदिर से जोत लाकर उदयपुर मेलडी माता मंदिर प्रांगण में नवनिर्मित मंदिर में मूर्ति स्थापना की जाएगी। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बजरंग सेना मेवाड़ प्रमुख कमलेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि प्रेस वार्ता में महंत ने कहा कि श्री हिंगलाज माताजी, श्री बगलामुखी माता जी, लक्ष्मी माता जी की मूर्ति स्थापना की जाएगी।
हिंगलाज माताजी मंदिर की जोत दिनांक7 फरवरी शुक्रवार को उदयपुर पहुंचने पर उदियापोल बस स्टैंड चौराहे से भव्य शोभा यात्रा द्वारा मेलडी माता मंदिर लाई जाएगा, जिसमें हाथी, घोड़े, ऊंट, बगी, बैंड बाजा से माताजी का रथ एवं अनेक भक्तों द्वारा सम्मिलित होकर शोभायात्रा निकाली जाएगी। 108 कुंडी देवी महायज्ञ में 108 हवन कुंड बनेंगे जिसमें 108 किलो देसी गाय के शुद्धघी की आहुति दी जाएगी। इससे पूरे उदयपुर एवं पूरे विश्व कल्याण हेतु एवं अभी महाकुंभ चल रहा है। इस दौरान इस हवन में आने वाले को सभी भक्तों को लाभ मिले। हिंगलाज माता की जोत यात्रा बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन, पटेल सर्कल, पारस चौराहा, जोगणिया माता मंदिर, सेक्टर 11 रोडवेज डिपो, सेक्टर 13, सेक्टर 14, रोशन जी की बाड़ी होते हुए बाईपास मेलडी माता मंदिर पहुंचेगी।
प्रेस वार्ता में बताया कि 8 फरवरी पूर्ण आहुति के दौरान मेवाड़ पूर्व राज परिवार के सदस्य एवं विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ एवं सांसद महिमा कुमारी मेवाड इस कार्यक्रम में रहेंगे, इसके लिए उन्हें निमंत्रण दिया गया।
प्रेस वार्ता में उपस्थित रहे सर्व देवी पूजक समाज सेवा समिति के अध्यक्ष कैलाश देलवाडिया, उपाध्यक्ष भोला माकन जिया, महामंत्री नरेंद्र देलवाडिया, कोषाध्यक्ष बाबू पनारिया, धर्म, राजेश, अनिल देलवाडिया, महेश सुनील, विजय धनारिया, सतीश राहुल सागर, तरुण जितेंद्र रहे।