बरेली/उत्तर प्रदेश।। मुस्कान खान ने अपने प्यार के लिए इस्लाम त्यागकर सुमित यादव से शादी की और महादेव के सामने विधि-विधान से सनातन धर्म अपनाया।
उत्तर प्रदेश के बरेली में मुस्कान खान और सुमित यादव की प्रेम कहानी ने समाज में बदलाव और सच्चे प्यार की मिसाल पेश की है। मुस्कान ने अपने कट्टरपंथी परिवार के बंधनों को तोड़ते हुए सनातन धर्म अपनाया और सुमित के साथ वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह किया। यह कहानी न केवल प्यार की ताकत को दर्शाती है, बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और साहस की एक गहरी तस्वीर भी पेश करती है।
मुस्कान, जो पहले एक मुस्लिम परिवार से थीं, ने अपनी जिंदगी की दिशा खुद तय करने का फैसला किया। सुमित के साथ दोस्ती से शुरू हुआ यह रिश्ता धीरे-धीरे प्यार में बदल गया। लेकिन मुस्कान के परिवार ने इस रिश्ते को कभी स्वीकार नहीं किया। इसके बावजूद, मुस्कान ने अपने प्यार और धर्म के प्रति अपनी आस्था को मजबूती से अपनाया।
मंदिर में पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों से शादी के दौरान मुस्कान ने पारंपरिक हिंदू परिधान धारण कर सनातन धर्म को अपनाया और अपने जीवन की नई शुरुआत की। इस मौके पर मुस्कान ने कहा, "मैंने अपनी खुशी और आत्मा की शांति के लिए सनातन धर्म अपनाया। यह मेरा फैसला है और मैं इससे बहुत खुश हूं।"
शादी के बाद मुस्कान ने अपने परिवार से जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की। वहीं, सुमित ने मुस्कान के साहस और प्यार की सराहना करते हुए कहा, "हम एक-दूसरे के लिए बने हैं। मैं मुस्कान के हर फैसले में उसके साथ हूं।"
यह प्रेम कहानी न केवल समाज की पुरानी सोच को चुनौती देती है, बल्कि यह सिखाती है कि सच्चा प्यार और आत्मनिर्भरता किसी भी बंधन को पार कर सकते हैं। मुस्कान और सुमित का यह कदम उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों और प्यार को पूरा करने के लिए समाज की परवाह किए बिना खड़े होने की हिम्मत रखते हैं।